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72 साल पुराने RECORD की बराबरी करने वाला अबरार आखिर है कौन?

कराची की गलियों से निकलने वाला मिस्ट्री स्पिनर!

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अबरार अहमद. फोटो: File Photo

लंबे इंतज़ार के बाद इंग्लैंड की टीम पाकिस्तान के दौरे पर है. पहले टेस्ट में मेहमानों ने मेज़बानों को हराया. और अब सीरीज़ का दूसरा टेस्ट मुल्तान में खेला जा रहा है. इस टेस्ट के पहले दिन अंग्रेज़ बल्लेबाज़ महज़ 51 ओवर बल्लेबाज़ी कर 281 रन पर ऑल-आउट हो गए. और मेहमानों को वापस ड्रेसिंग रूम का रास्ता दिखाने का काम किया 24 साल के स्पिनर अबरार अहमद ने.

जी हां, ये नाम हो सकता है हिन्दुस्तान में पहली बार सुना जा रहा हो. लेकिन पाकिस्तान क्रिकेट में पहले से पहचाना जाता है. दूसरे टेस्ट मैच में अबरार को डेब्यू का मौका मिला. और उन्होंने पहली पारी में ही सात इंग्लिश बल्लेबाज़ों को आउट कर के इतिहास रच दिया. अबरार इस पारी में पांच विकेट लेते ही दुनिया के चौथे ऐसे गेंदबाज़ बन गए हैं. जिन्होंने मैच के पहले सेशन में ही पांच विकेट चटका लिए. खास बात तो ये रही ऐसा इंटरनेशनल क्रिकेट में 72 साल बाद हुआ है. आखिरी बार किसी गेंदबाज़ ने मैच के डेब्यू सेशन में पांच विकेट साल 1950 में निकाले थे. वेस्ट इंडीज़ के अल्फ वैलेंटाइन ने उस साल इंग्लैंड के खिलाफ़ ही मैनचेस्टर के मैदान पर मैच के डेब्यू सेशन में पांच विकेट चटकाए थे.

इस मैच में अबरार ने कुल सात विकेट चटकाए. उन्होंने अपने 22 ओवर के स्पेल में 114 रन दिए और सात इंग्लिश बल्लेबाज़ों को वापसी का रास्ता दिखाया. उनके अलावा बाकी बचे तीन विकेट ज़हीद महमूद ने चटकाए.

आखिर कौन हैं अबरार अहमद?

अबरार के बारे में गूगल करेंगे तो लिखा पाएंगे, लेग ब्रेक गेंदबाज़. लेकिन ये गेंदबाज़ गुगली और कैरम बॉल भी डाल सकता है. साथ ही वो लगातार अपनी उंगलियों पर भी काम करते रहते हैं, जिससे वो मिस्ट्री स्पिनर की श्रेणी में भी रखे जा सकते हैं. खास बात तो ये है कि स्पिन में उनकी वेराइटी देखते हुए ये कहना भी पूरी तरह से गलत नहीं होगा कि उनके जैसी क्वालिटी वाला स्पिनर शायद ही पहले पाकिस्तान के लिए खेला है.

पश्तो में बात करने वाले अबरार का जन्म कराची में हुआ. उनका परिवार पाकिस्तान के नॉर्थ के इलाकों से निकला. खासकर ऐबटाबाद के पास मनसहरा के बाहरी इलाके के एक गांव से. लेकिन अबरार कराची की गलियों में बड़े हुए. वहां की गली में टेप बॉल क्रिकेट खेला.  बस यहीं से उनकी पहचान कई लोकल कोचों ने की. कराची के जिस ज़ोन से अबरार आते हैं, वो सभी सात क्रिकेटिंग ज़ोन में सबसे कमज़ोर माना जाता है. लेकिन अबरार ने इसे अलग पहचान दिला दी. साल 2016 में यहीं से आकर उन्होंने 53 विकेट चटकाए, अपने ज़ोन को टाइटल दिलाया और सबका ध्यान अपनी ओर खींच लिया.

अबरार ने क्रिकेट की बारीकियां राशिद लतीफ क्रिकेट अकेडमी में सीखी. जबकि क्रिकेट में उन्हें आगे बढ़ने में असली मदद की कराची के मशहूर कोच मुहम्मद मसरूर ने.

अबरार एज ग्रुप क्रिकेट के जरिए ही पाकिस्तान टीम तक पहुंचे. लेकिन उन्हें असली पहचान मिली तब मिली जब उन्हें साल 2017 में PSL में कराची किंग्स के लिए खेलने का मौका मिला. शुरुआती दो मुकाबलों में उन्हें एक भी विकेट तो नहीं मिला. लेकिन उन्होंने अपने एक स्पेल से खास पहचान बनाई. अबरार ने इंग्लिश कैप्टन ऑएन मॉर्गन को उस स्पैल में कुल 16 गेंदें डाली, जिसमें उन्होंने सात गेंदें डॉट फेंकी, और महज़ 17 रन दिए. जबकि उस पारी में मॉर्गन अलग ही टच में थे. उन्होंने इस मैच में 57 गेंदों में 80 रन की पारी खेली. बस इस स्पेल के बाद कोच मिकी आर्थर, कुमरा संगाकारा और महेला जयवर्धने उनसे प्रभावित हो गए.

हालांकि इस पहचान वाले स्पेल के बाद अबरार सिर्फ एक ही PSL मुकाबला खेले थि कि उन्हें लोअर बैक इंजरी हो गई. और वो क्रिकेट की दुनिया में धुंधले हो गए. फिर वापसी करने में अबरार को पूरे तीन साल लंबा वक्त लगा. साल 2020 में उन्होंने क्रिकेट के मैदान पर वापसी की नेशनल T20 सेकेंड इलेवन कप में वो सिंध सेकेंड इलेवन के लिए खेले. इसके बाद उनका बेहतरीन प्रदर्शन आया रेड बॉल क्रिकेट में. जब वो कायदे आज़म सेकेंड इलेवन ट्रॉफी में खेले. उन्होंने इस ट्रॉफी में कुल 57 विकेट चटकाए. खास बात ये रही कि वो इस टूर्नामेंट में तीसरे सबसे अधिक विकेट चटकाने वाले गेंदबाज़ रहे.

इस प्रदर्शन के दम पर वो फर्स्ट इलेवन तक पहुंचे. लगातार ना खेलने के बावजूद उन्होंने 2020-21 सीज़न में 16, 2021-22 में 17 और मौजूदा सीज़न में 21.95 की औसत से 43 विकेट चटकाए. इसके बाद उन्हें सीधे पाकिस्तान की नेशनल टीम में जगह मिली है. अब देखना होगा ये खिलाड़ी पाकिस्तान के लिए इंटरनेशनल क्रिकेट में क्या कमाल कर पाता है.

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