सियालकोट से जम्मू में मौजूद भारत-पाकिस्तान के सुचेतगढ़ बॉर्डर से पाकिस्तान की तरफ लगभग 40 मिनट चलने पर एक शहर पड़ता है - सियालकोट. यहाँ पर एक मस्जिद और साथ में लगायत मदरसा है. 11 अक्टूबर, भोर के करीब साढ़े 5 बजे. इस समय पाकिस्तान की एक बड़ी आवाम नींद से ही नहीं जागी थी. सियालकोट की इसी मस्जिद में फ़ज़्र की नमाज़ हो अदा की जा रही थी. तभी गोलियों की आवाज सुनाई दी. गोलियां जब शांत हुईं तो मस्जिद के अंदर दो लाशें दिखाई दीं. एक था जैश-ए-मोहम्मद का आतंकवादी शाहिद लतीफ़ और दूसरा था उसका गार्ड.
दी लल्लनटॉप शो: जिस आतंकवादी शाहिद लतीफ़ को कांग्रेस ने छोड़ा, उसने मारे थे इंडिया के जवान!
सियालकोट से जम्मू में मौजूद भारत-पाकिस्तान के सुचेतगढ़ बॉर्डर से पाकिस्तान की तरफ लगभग 40 मिनट चलने पर एक शहर पड़ता है - सियालकोट. यहाँ पर एक मस्जिद और साथ में लगायत मदरसा है. 11 अक्टूबर, भोर के करीब साढ़े 5 बजे. इस समय पाकिस्तान की एक बड़ी आवाम नींद से ही नहीं जागी थी. तभी गोलियों की आवाज सुनाई दी. गोलियां जब शांत हुईं तो मस्जिद के अंदर दो लाशें दिखाई दीं.
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