BSNL का इतना बुरा हाल हो गया कि स्टाफ की सैलरी देने के भी पैसे नहीं है
खबरें हैं कि सरकार करीब 35,000 कर्मचारियों की छंटनी कर सकती है.
पूरब से पश्चिम तक. उत्तर से दक्षिण तक. कभी सिर्फ एक ही टेलीकॉम कंपनी का डंका बजता था- बीएसएनएल. बीएसएनएल यानी भारत संचार निगम लिमिटेड. पूरे देश में 1 लाख 76 हजार से ज्यादा कर्मचारी. आज इन सबके सामने मुश्किल वक्त है. कंपनी बंद होने की कगार पर है. कंपनी सरकार के आगे हाथ फैलाए खड़ी है. पैसा दे दो. उसके पास कर्मचारियों को जून का वेतन देने के लिए पैसे नहीं हैं. सिर्फ जून भर की तनख्वाह देने के लिए 850 करोड़ रुपए चाहिए. कंपनी ने सरकार को चिट्ठी लिखी है. उसे फौरन नकदी उपलब्ध कराई जाए, नहीं तो उसके सामने मुश्किल आ जाएगी. उसे जल्द से जल्द पैसा चाहिए.