कोविड-19 की पहली वेव में चार पत्रकारों की मौत हुई थी. वहीं दूसरी वेव में 1 मई 2021 तक 11 पत्रकारों की मौत हो चुकी है. ओडिशा सरकार ने इस साल मार्च के महीने में यूनियन हेल्थ मिनिस्ट्री से लिखित में ये मांग की थी कि जर्नलिस्ट्स को भी फ्रंटलाइन वर्कर्स में शामिल करके उनका वैक्सिनेशन प्राथमिकता से किया जाए. हालांकि केंद्र सरकार ने अभी तक इस लेटर पर कोई जवाब नहीं दिया है. अब ओडिशा के 6944 पत्रकार, जिन्हें फ्रंटलाइन वॉरियर्स माना गया है, उन्हें वैक्सिनेशन में प्राथमिकता मिलने का रास्ता खुल गया है. देखिए वीडियो.
ओडिशा: मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने पत्रकारों को फ्रंटलाइन कोविड वारियर्स माना, लेकिन केंद्र अब तक चुप
सीएम नवीन पटनायक ने वर्किंग जर्नलिस्ट्स को फ्रंटलाइन कोविड वॉरियर्स माना है.
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