प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में तीन सदस्यीय पैनल ने 14 मार्च को ज्ञानेश कुमार (Gyanesh Kumar) और सुखबीर संधू (Sukhbir Sandhu) को चुनाव आयुक्त नियुक्त कर दिया. लोकसभा में विपक्ष के नेता अधीर रंजन, चुनाव आयुक्तों को चुनने वाले तीन सदस्यीय पैनल में शामिल हैं. 14 फरवरी को अनूप चंद्र पांडे के रिटायरमेंट और 9 मार्च को अरुण गोयल के इस्तीफे के बाद ये पोस्ट खाली हो गई थीं. रिपोर्ट्स के मुताबिक चुनाव आयुक्त चुनने के लिए 200 से अधिक उम्मीदवारों में से सर्च कमेटी ने छह नाम चुने थे. जिसके बाद दो नामों पर मुहर लगी है. सुखबीर संधू और ज्ञानेश कुमार. दोनों ही 1988 बैच के IAS अफसर हैं.
कौन हैं ज्ञानेश कुमार जिन्हें PM मोदी के नेतृत्व वाले पैनल ने चुनाव आयुक्त बनाया है?
चुनाव आयुक्त चुनने के लिए 200 से अधिक उम्मीदवारों में से सर्च कमेटी ने छह नाम चुने थे. जिसके बाद दो नामों पर मुहर लगी है. सुखबीर संधू और ज्ञानेश कुमार. दोनों ही 1988 बैच के IAS अफसर हैं.

ज्ञानेश कुमार केरल कैडर के IAS हैं. इसी साल 31 जनवरी को वो अपनी सर्विस से रिटायर हुए थे. इससे पहले वो संसदीय कार्य सचिव थे. 2019 में आर्टिकल 370 निरस्त किए जाने के दौरान गृह मंत्रालय में कुमार अतिरिक्त सचिव के रूप में कार्यरत थे. उनके कार्यकाल के दौरान सहकारिता मंत्रालय ने Multi-State Cooperative Societies (MSCS) (Amendment) Act, 2023 लागू किया था. इसके साथ ही तीन नई कोऑपरेटिव बॉडीज़ भी बनी थीं. भारतीय बीज सहकारी समिति लिमिटेड (BBSSL), राष्ट्रीय सहकारी ऑर्गेनिक्स लिमिटेड (NCOL) और नेशनल कोऑपरेटिव एक्सपोर्ट लिमिटेड (NCEL).
ज्ञानेश कुमार ने CRCS-Sahara रिफंड पोर्टल लॉन्च करने में भी अहम भूमिका निभाई थी. साथ ही सहारा ग्रुप की चार Multi-State Cooperative Societies में डिपॉजिटर्स के क्लेम को सेटल कराया था.
यूपीए सरकार के दौरान 2007 से 2012 के बीच ज्ञानेश कुमार रक्षा मंत्रालय में जॉइंट सेक्रेटरी (डिफेंस प्रोडक्शन) रहे. 2020 में कुमार ने अतिरिक्त सचिव के रूप में श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के गठन का काम संभाला था. साथ ही अयोध्या मामले पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले से संबंधित सभी मामलों की देखभाल के लिए गृह मंत्रालय में एक समर्पित डेस्क का नेतृत्व किया था.
IIT से पढ़ाईज्ञानेश कुमार 27 जनवरी, 1964 को जन्मे. उत्तर प्रदेश में. IIT, कानपुर से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की. सिविल इंजीनियरिंग में BTech किया. इसके बाद इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड फाइनेंशियल एनालिस्ट्स ऑफ इंडिया (ICFAI) से CFA की पढ़ाई पूरी की. बाद में हार्वर्ड से इकोनॉमिक्स में PG भी किया.
कुमार के पिता डॉक्टर थे और उनके दादा एक स्वतंत्रता सेनानी थे. उनके दादा बाद में उत्तर प्रदेश के आगरा में प्रिंसिपल भी रहे थे.
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