जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग के रहने वाले वसीम अहमद भट्ट ने UPSC सिविल सर्विसेस एग्जाम (UPSC CSE 2022) में 7वीं रैंक हासिल की है. ये उनका तीसरा प्रयास था. पहली बार उन्होंने 2020 में UPSC का एग्जाम दिया था और कामयाब भी हुए थे. तब उन्हें इंडियन रेवन्यू सर्विस (IRS) मिला था. वसीम अभी इसी की ट्रेनिंग में हैं. 2021 में भी एग्जाम दिया था, लेकिन मनचाही रैंक नहीं मिलने पर उसे छोड़ दिया था. फिर 2022 का एग्जाम दिया और 7वीं रैंक हासिल की.
UPSC में 7वीं रैंक लाए कश्मीर के वसीम अहमद ने आर्टिकल 370 हटने के बाद कैसे पढ़ाई की?
वसीम ने बताया, इंटरव्यू में किस तरह के सवाल पूछे गए.

वसीम अहमद ने बताया कि उनके लिए UPSC में ऑल इंडिया 7वीं रैंक हासिल करना बहुत बड़ी बात है. उन्होंने कहा कि इसके लिए पहले भी प्रयास किए, लेकिन इतने ऊपर रैंक नहीं आई थी.
आजतक के आदित्य बिड़वई और योगेश पांडे की रिपोर्ट के मुताबिक, वसीम ने NIT श्रीनगर से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है. वसीम ने बताया कि UPSC की प्रेरणा उन्हें उनके पेरेंट्स और बाबा से मिली. वो बताते हैं,
“जब मैं छोटा था तब से ही घर में सब कहते थे कि बड़ा होकर कलेक्टर बनेगा, बड़े-बड़े काम करेगा. फिर जब मैं NIT श्रीनगर में था, तब मैंने UPSC के बारे में जाना और इसके लिए तैयारी की.”
वसीम अहमद भट ने कहा कि उनका लक्ष्य पब्लिक की सेवा करना है क्योंकि वो पब्लिक सर्वेंट हैं. उन्होंने बताया कि वो शिक्षा पर फोकस करना चाहते हैं. समाज के पिछड़े वर्गों के लिए काम करना चाहते हैं, खासकर जनजातियों के लिए.
वसीम अहमद भट्ट अनंतनाग के दोरू कस्बे से आते हैं. छोटे कस्बों से आने वाले स्टूडेंट को क्या दिक्कतें होती हैं? इस सवाल के जवाब में वसीम ने कहा,
"जब आप किसी छोटी जगह से आते हैं तो सबसे बड़ी समस्या गाइडेंस की होती है और मेरे सामने भी यही समस्या थी. अभी मैं नागपुर में हूं, तो यहां कई छोटी जगह से लोग आते हैं. उन्हें इसी तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ा है. जब मैं दिल्ली गया तो मुझे कई बातों के बारे में पता लगा. जैसे मैं करोल बाग गया, वहां कई लोग मिले. उनसे UPSC के बारे में बात होती थी. एग्जाम देने वालों के एक्सपीरियंस से बहुत कुछ सीखने को मिला."
वसीम अहमद से पूछा गया कि जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद-370 हटने के बाद किस तरीके से पढ़ाई की. जवाब में उन्होंने बताया कि जब आर्टिकल 370 हटाई गई तब वे दिल्ली में थे. उस वक्त वे क्लासेस अटेंड करते रहे. कोई ऐसी दिक्कत नहीं आई.
इंटरव्यू में किस तरह के सवाल पूछे गए?वसीम अहमद भट्ट ने बताया कि वो एंथ्रोपोलॉजी से हैं, इसलिए उनसे Anthropology के सवाल पूछे गए. ट्राइब्स से जुड़े सवाल पूछे गए. वसीम कहते हैं कि UPSC के इंटरव्यू में लोग कई तरह की बातें सोच कर जाते हैं, लेकिन उनका इंटरव्यू नॉर्मल बातचीत जैसा था कि कौन सी डिश पसंद है, कौन सी मूवीज़ देखते हो. वो बताते हैं कि UPSC के इंटरव्यू का फोकस इस पर रहता है कि आप कहां से हो, आपने क्या किया है.
वसीम अहमद भट्ट के अलावा कश्मीर की प्रसनजीत कौर को 11वीं रैंक मिली हैं. जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल (LG) के ऑफिस की ओर से दोनों कामयाब कैंडिडेट्स को बधाई देते हुए ट्वीट किया गया,
"UPSC सिविल सर्विसेज एग्जाम में वसीम अहमद भट को 7वीं और प्रसनजीत कौर को 11वीं रैंक पाने की बधाई. आप दोनों ने हमें गौरवान्वित किया है. आपकी उपलब्धियां जम्मू-कश्मीर के सभी युवाओं को प्रेरित करेंगी. उन सभी को शुभकामनाएं जिन्होंने ये एग्जाम पास किया है."
23 मई को UPSC CSE 2022 का रिजल्ट आया. कुल 933 कैंडिडेट्स को सेलेक्ट किया गया है. इसमें 613 पुरुष कैंडिडेट्स और 320 महिला कैंडिडेट्स शामिल हैं. कुल 345 कैंडिडेट्स जनरल कैटेगरी के हैं. वहीं 99 EWS, 263 OBC, 154 SC, और 72 ST कैटेगरी के हैं. इसके अलावा 178 कैंडिडेट्स को रिजर्व्ड लिस्ट में रखा गया है.
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