विशाखापट्टनम (Vishakhapatnam) अब आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) की नई राजधानी होगी. ये ऐलान प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने 31 जनवरी को किया. इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने ये निर्देश भी दे दिया कि अमरावती (Amravati) को प्रदेश की राजधानी के रूप में विकसित नहीं किया जाएगा.
आंध्र प्रदेश की नई राजधानी का ऐलान, खुद CM ने इस शहर का नाम बताया है
आंध्र प्रदेश हाई कोर्ट ने तीन राजधानी बनाने की योजना को खारिज कर दिया था.

आंध्र प्रदेश के लिए नई राजधानी की घोषणा तेलंगाना राज्य के अलग होने के नौ साल बाद की गई है. साल 2014 में तेलंगाना, आंध्र प्रदेश से अलग हुआ था और हैदराबाद को उसकी राजधानी घोषित किया गया था.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जगन मोहन रेड्डी ने इसकी घोषणा दिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरान की है. दिल्ली में इंटरनेशनल डिप्लोमैटिक अलायंस के एक कार्यक्रम में रेड्डी ने ये जानकारी साझा की. उन्होंने कहा,
“मैं आप सभी को विशाखापट्टनम आने का आमंत्रण देता हूं. विशाखापट्टनम कुछ दिनों में हमारी राजधानी होने जा रही है. मैं खुद भी विशाखापट्टनम शिफ्ट होने जा रहा हूं.”
जानकारी देते हुए रेड्डी ने आगे कहा,
हाई कोर्ट ने जताई थी आपत्ति“हम एक ग्लोबल समिट आयोजित करने जा रहे हैं. ये 3 और 4 मार्च को विशाखापट्टनम में आयोजित की जाएगी. इस अवसर पर मैं आप सभी को व्यक्तिगत रूप से वहां आने के लिए कह रहा हूं.”
साल 2014 में तेलंगाना के बनने के बाद तत्कालीन मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने कहा था कि अमरावती आंध्र प्रदेश की राजधानी होगी. लेकिन साल 2020 में प्रदेश में तीन राजधानी बनाने का फैसला लिया गया था. इसके तहत विशाखापट्टनम और अमरावती सहित कुरनूल को राजधानी बनाने की बात कही गई थी.
लेकिन मार्च 2022 में आंध्र प्रदेश हाई कोर्ट ने तीन राजधानी बनाने की योजना को खारिज कर दिया था. कोर्ट ने सरकार से अमरावती को राजधानी के रूप में विकसित करने की बात कही थी. इसके बाद नवंबर 2022 में सरकार ने तीन राजधानी बनाने वाले कानून को निरस्त कर दिया था और नई राजधानी विकसित करने के लिए व्यापक योजना बनाने की बात कही थी.
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