क्या है वायरल पोस्ट में? दो अलग-अलग तस्वीरों का कोलाज है. दोनों में पीएम मोदी कमर झुकाकर हाथ आगे की तरफ बढ़ा रहे हैं. वैसे ही, जैसे लोग पैर छूने के लिए झुकते हैं. एक तस्वीर में मोदी के सामने हैं सऊदी अरब के किंग सलमान. दूसरी में काली टोपी और बंद गले का सूट पहने मंच पर खड़े हैं ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसिलिमीन (AIMIM) के नेता अकबरुद्दीन ओवैसी. मोदी जी उनके सामने पैर छूने के लिए हाथ बढ़ाते नजर आ रहे हैं. मगर ओवैसी की आंखें कहीं और देख रही हैं.

पेज को देखकर लगता है कि पोस्ट शेयर करने वाला कांग्रेस का सपोर्टर है.
इन्हें शेयर करने वालों का कहना है कि मोदी इनके पैर छू रहे हैं. वो इस बात पर प्रधानमंत्री की खिल्ली उड़ा रहे हैं. साथ में, उनके समर्थकों को चिढ़ा भी रहे हैं. कि देखो, तुम्हारा नेता किस-किस के पैर छूता है.
सच क्या है? पहले बात उस फोटो की, जिसमें मोदी को सऊदी अरब के सुल्तान के पैर छूने के लिए झुकते हुए दिखाया गया है. ये तस्वीर आज की नहीं है. न ही ये पहली बार वायरल हो रही है. करीब तीन साल पहले 2015 में भी ये वायरल हुई थी. ये फोटो असली नहीं है. दो अलग-अलग तस्वीरों को आपस में जोड़कर, उन्हें एडिट करके तैयार की गई है. पहले ये देखिए कि किंग सलमान का फोटो कहां से लिया गया है-

ये फोटो 2015 में ली गई थी. इसमें किंग सलमान को देखिए. उनके कपड़े, हाथ वगैरह. अब इसे वायरल फोटो में नजर आ रहे किंग सलमान के पोश्चर से मिलाइए. है न डिट्टो मैचिंग.
इस तस्वीर में सऊदी अरब के सुल्तान सलमान बिन अब्दुल अज़ीज़ पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के साथ हैं. नवाज तीन दिन की आधिकारिक यात्रा पर सऊदी पहुंचे थे. तब उनका विमान रियाद स्थित किंग खालिद एयरपोर्ट पर लैंड हुआ था. किंग सलमान खुद उन्हें रिसीव करने वहां पहुंचे थे. ये तस्वीर उसी वक्त की है. एडिटिंग की मदद से इस फोटो से किंग सलमान का हिस्सा क्रॉप करके इसे मोदी की एक तस्वीर के साथ जोड़ दिया गया है. मोदी की वो तस्वीर ये वाली है-

2013 की ये फोटो न्यूज एजेंसी पीटीआई की है. मोदी मंच पर अपने साथ खड़े आडवाणी का आशीर्वाद लेने के लिए झुके हुए हैं.
अब देखिए कि क्या खेल हुआ ये बड़ी चर्चित फोटो है. सितंबर 2013 में खींची गई थी. मौका था भोपाल में आयोजित एक रैली का. इसमें आडवाणी, मोदी, राजनाथ सिंह, शिवराज सिंह चौहान सब शरीक हुए थे. ये उन मौकों में से था, जब आडवाणी की मोदी के प्रति नाराजगी खुलकर जाहिर हो गई थी. हुआ यूं कि मोदी और आडवाणी एक मंच पर थे तभी मोदी ने झुककर आडवाणी के पैर छुए, मगर आडवाणी ने उन्हें आशीर्वाद नहीं दिया. वे सामने की तरफ देखते रहे. इस तस्वीर की बड़ी खबरें बनी थीं. इसी फोटो में से किसी ने मोदी वाला हिस्सा क्रॉप किया है. और उसे किंग सलमान वाली क्रॉप्ड फोटो के साथ एक फ्रेम में जोड़ दिया है. कट-पेस्ट और फोटो शॉप से ऐसी फोटो तैयार हुई, जिसे देखकर लगता है कि मोदी किंग सलमान के पैर छू रहे हैं.

आपको समझने में आसानी हो, इसके लिए हमने दोनों तस्वीरों को एक फ्रेम में जोड़ दिया है. अब सोचिए कि फ्रेम से नवाज शरीफ और आडवाणी को हटा दिया जाए. फिर मोदी और किंग सलमान को अगल-बगल खड़ा कर दिया जाए, तो देखने में क्या लगेगा? यही न कि मोदी किंग सलमान के पैर छू रहे हैं. लोगों ने एडिटिंग का गलत इस्तेमाल करके ये करतूत की है.
ओवैसी वाली फोटो का क्या चक्कर है? इसमें भी वही खेल किया गया है. वही भोपाल में आडवाणी के पैर छू रहे मोदी की फोटो क्रॉप करके किसी ने उसे ओवैसी की तस्वीर के साथ जोड़ा है. आप दोनों वायरल फोटो को गौर से देखिए. दोनों का बैकग्राउंड एक ही है. दोनों तस्वीरों में पीछे खड़े लोग सेम हैं. यहां तक कि मोदी के हाथ और पैरों के बीच से पीछे की तरफ रखी चीजें- गुलदस्ता और पानी की बोतल भी वही हैं. अब समझे कि खेल क्या हुआ है. कहीं की ईंट, कहीं का रोड़ा और इस तरह भानुमती ने कुनबा जोड़ा.

बाईं तरफ वाली तस्वीर असली है. इसमें मोदी के पैर और हाथ के बीच की खाली जगह में पीछे की तरफ रखी पानी की दो बोतलें दिख रही हैं. बाकी दोनों फोटो देखिए. लाल घेरे के अंदर आपको वो दोनों बोतलें नजर आईं. वही फ्रेम है न. बस सामने खड़े आडवाणी को रिप्लेस कर दिया गया है.
इस पोस्ट को शेयर करने पर जेल में चक्की पीसनी पड़ सकती है इसे हल्के में कतई मत लीजिएगा. कर्नाटक के कोप्पल में एक 25 साल का लड़का था. नाम था मोहम्मद महबूब. उसने ये पोस्ट अपने फेसबुक पर शेयर की थी. इस पर बीजेपी के कुछ कार्यकर्ताओं की नजर गई और उन्होंने पुलिस में शिकायत की. पुलिस ने ऐक्शन लिया. महबूब पर इंडियन पीनल कोड (IPC) के सेक्शन 153 ए के तहत मामला दर्ज हुआ. उसे जेल जाना पड़ा था. जरूरी थोड़े है कि खुद गलती करके सीखो. औरों की गलती से भी सीखना चाहिए. फेक न्यूज के प्रति जागरूकता दिखाने की समझदारी न सही, कम से कम जेल जाने की परवाह से ऐसी फर्जी पोस्ट्स शेयर करने से बचिए.
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