"ये कल रात (10 अप्रैल) की घटना थाना क्षेत्र बड़ापुर में हुई है. गांव का नाम इंदरपुर है. इसमें पूर्व प्रधान पति पप्पू यादव की हत्या उन्हीं के गांव के अनिल यादव उर्फ भूसी ने की है. इसमें अब तक की जानकारी से ये पता चला है कि ये जमीन का विवाद था. पूर्व प्रधान ने एक जमीन भूसी के रिश्तेदार से लिखवाई थी. पहले इन दोनों में दोस्ती थी. दोनों थाने के हिस्ट्रीशीटर भी हैं. इसी जमीन को लेकर विवाद आगे बढ़ा. क्योंकि जो जमीन थी वो इन्होंने चोरी-छिपे भूसी के रिश्तेदार से लिखवा ली थी. भूसी इसी बात को लेकर पप्पू यादव से दुश्मनी मानने लगा था. उसी में इनकी हत्या भूसी द्वारा की गई है. जमीन पर कब्जा भूसी यादव का था. पप्पू यादव ने खुद ट्रॉमा सेंटर जाते समय अपने घरवालों को बताया कि भूसी ने उन्हें गोली मारी है."कब है यूपी में पंचायत चुनाव यूपी में पंचायत चुनाव के लिए 26 मार्च को अधिसूचना जारी की गई थी. यूपी में कुल 4 चरणों में मतदान होंगे. ये मतदान 15 अप्रैल, 19 अप्रैल, 26 अप्रैल और 29 अप्रैल को होने वाले हैं. 2 मई को इन चुनावों के नतीजे आएंगे.
यूपी पंचायत चुनाव से पहले वाराणसी में ग्राम प्रधान पद के प्रत्याशी की गोली मारकर हत्या
पहले भी ग्राम प्रधान रह चुके थे, वर्तमान में पत्नी प्रधान है.

यूपी के वाराणसी में पंचायत चुनाव से पहले प्रधान पद के प्रत्याशी की गोली मारकर हत्या कर दी गई.
उत्तर प्रदेश के वाराणसी में प्रधान पद के प्रत्याशी विजेंद्र यादव उर्फ पप्पू यादव की गोली मारकर हत्या कर दी गई. शनिवार 10 अप्रैल की रात आरोपियों ने पप्पू यादव को फोन कर नजदीक के सैरा गांव के पास बुलाया. वो अपनी बाइक से वहां गए. जहां उन्हें गोली मार दी गई. इसके तुरंत बाद उन्हें BHU के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया, लेकिन यहां पहुंचने पर उनकी मौत हो गई.
क्यों हुई पप्पू यादव की हत्या
आजतक की रिपोर्ट के मुताबिक़, 45 साल के पप्पू यादव वाराणसी के बड़ागांव क्षेत्र के इंद्रपुर गांव के रहने वाले थे. वो इससे पहले भी गांव के प्रधान रह चुके थे. इस बार फिर से चुनाव में अपनी किस्मत आजमा रहे थे. उन्होंने प्रधान पद के लिए नामांकन भी कर दिया था. हत्या के बाद पुलिस ने मामले को जमीनी विवाद से जुड़ा बताया है और जांच में जुट गई है. वाराणसी में इंडिया टुडे से जुड़े पत्रकार रौशन जायसवाल ने 'दी लल्लनटॉप' को बताया कि वर्तमान में पप्पू यादव की पत्नी ममता यादव गांव की प्रधान हैं. लेकिन इस बार पप्पू खुद चुनाव लड़ रहे थे. पप्पू यादव प्रधान के साथ-साथ ही प्रॉपर्टी डीलिंग का भी काम करते थे. पूरे मामले पर वाराणसी के SSP ग्रामीण अमित वर्मा ने कहा है-