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'पैगंबर का अपमान किया, इसलिए उसे मरना ही था', अमरावती में हुआ उदयपुर जैसा हत्याकांड?

उदयपुुर हत्याकांड से ठीक एक हफ्ते पहले 21 जून को अमरावती में एक केमिस्ट की हत्या हुई थी.

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बाएं से दाएं. मृतक उमेश कोल्हे और बीजेपी की निलंबित प्रवक्ता नूपुर शर्मा. (फाइल फोटो)

उदयपुर (Udaipur) में कुछ दिन पहले ही नुपूर शर्मा (Nupur Sharma) का समर्थन करने के कारण एक टेलर की निर्मम हत्या हुई. अब दावा किया जा रहा है कि इससे एक हफ्ते पहले भी इसी कारण से एक अन्य दुकानदार की हत्या की गई थी. जानकारी के मुताबिक, महाराष्ट्र के अमरावती (Amravati) जिले में एक 54 वर्षीय केमिस्ट की हत्या हुई थी.

इंडियन एक्सप्रेस से जुड़े जयप्रकाश की रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस ने बताया है कि इस केस की जांच के दौरान ऐसा संकेत मिल रहे हैं कि सोशल मीडिया पर नुपूर शर्मा के समर्थन में एक पोस्ट के चलते ये हत्या की गई है. दरअसल, नुपूर शर्मा ने मई में पैंगबर पर विवादित टिप्पणी की थी, जिसके बाद काफी बवाल हुआ था. 

अमरावती में 21 जून को हुई थी हत्या

रिपोर्ट के मुताबिक, उदयपुर हत्याकांड के एक हफ्ते पहले 21 जून को एक और हत्या हुई थी. अमरावती में रहने वाले केमिस्ट उमेश कोल्हे पर हमला हुआ था. जिसके बाद कोल्हे के बेटे संकेत कोल्हे अमरावती सिटी कोतवाली पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई थी. शुरुआती जांच के बाद पुलिसकर्मियों ने दो संदिग्धों की पहचान की. 23 जून को जांचकर्ताओं ने मुद्दसीर अहमद और शाहरुख पठान नाम के दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया था. उनसे पूछताछ के बाद चार और लोगों के शामिल होने का खुलासा हुआ. इनमें से तीन (अब्दुल तौफीक,  शोएब खान और आतिब राशिद) को 25 जून को गिरफ्तार किया. जबकि, शमीम अहमद फिरोज अहमद नाम का चौथा संदिग्ध फिलहाल फरार है.

जानकारी के मुताबिक, यह घटना 21 जून की रात करीब 10-10.30 बजे के बीच घटी. उमेश 'अमित मेडिकल स्टोर' नाम की अपनी दुकान बंद कर घर जा रहे थे. उनकी पत्नी वैष्णवी एक दूसरे स्कूटर पर उनके साथ ही घर जा रही थीं. पुलिस को दी जानकारी में संकेत ने बताया,

हम प्रभात चौक से आगे बढ़ रहे थे, हमारे स्कूटर महिला कॉलेज न्यू हाई स्कूल की गेट तक पहुंचे थे. तभी वे (हमलावर) अचानक मेरे पापा के स्कूटर के सामने आ गए. उन्होंने पापा की गर्दन पर चाकू से वार किए. पापा खून से लथपथ होकर वहीं गिर गए. मैंने तुरंत अपना स्कूटर रोका और मदद के लिए आवाज लगाई. तभी तीसरा आदमी आया और सभी मोटरसाइकिल से भाग खड़े हुए.

संकेत ने आगे बताया,

आसपास जमा हुए लोगों की मदद से पापा को नजदीकी अस्पताल ले जाया गया. लेकिन, वहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई.

नुपूर शर्मा विवाद से कनेक्शन कैसे?

इस संबंध में अमरावती सिटी पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जो आरोपी फरार है, उसी ने बाकी आरोपियों को मर्डर करने का काम सौंपा था और सभी को उनके काम बांटे थे. उन्होंने बताया,

अब तक गिरफ्तार हुए 5 आरोपियों ने पूछताछ में ये बताया है कि उनकी एक अन्य आरोपी ने मदद की है. उसने ही इन लोगों को एक गाड़ी और 10 हजार रुपये देकर भागने में मदद की थी. उसने दो लोगों को कोल्हे पर नजर रखने की जिम्मेदारी दी थी, जिन्होंने बाकी दो को ये जानकारी दी कि उमेश अपनी दुकान से कब निकले. जिसके बाद उन तीनों ने हमला किया.

पुलिस ने बताया कि संकेत की शिकायत के आधार पर एक FIR दर्ज कर ली गई है. उन्होंने इसके साथ ही बताया कि अबतक की जांच से यही लग रहा है कि ये हत्या सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर हुई है, जिसमें उमेश ने नुपूर शर्मा का समर्थन किया था. पुलिस से जुड़े एक सूत्र ने कहा, 

हमारी अबतक की जांच में हमने पाया कि कोल्हे ने व्हाट्सएप पर नूपुर शर्मा को सपोर्ट करते हुए एक सोशल मीडिया पोस्ट सर्कुलेट किया था. गलती से उन्होंने एक ऐसे ग्रुप में वो पोस्ट शेयर कर दिया, जिसमें मुस्लिम ग्राहक भी जुड़े हुए थे. गिरफ्तार हुए एक आरोपी ने कहा कि ये पैगंबर का अपमान है और इसलिए उमेश को मरना ही चाहिए था.

फिलहाल, पुलिस घटनास्थल से सीज की हुईं चीजों और CCTV फुटेज के आधार पर जांच कर रही है. पुलिस का कहना है कि फरार संदिग्ध की गिरफ्तारी के बाद ही हत्या के असल इरादे का पता किया जा सकता है. वहीं, जब मीडिया ने संकेत से पूछा किया क्या सोशल मीडिया पोस्ट के कारण उनके पिता की हत्या हुई है, तो उन्होंने कहा उनके पिता बहुत खुशमिजाज इंसान थे, जो किसी के लिए बुरा नहीं बोलते थे. ऐसे में सिर्फ पुलिस ही बता सकती है कि उनपर हमले का कारण क्या था. हालांकि, वो ये मानते हैं कि हत्या लूटपाट के इरादे से नहीं की गई थी. 

वीडियो- उदयपुर हत्याकांड: कन्हैया लाल को बेरहमी से मारा गया, पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में क्या-क्या पता चला?