टेक्नोलॉजी चाहे जितनी एडवांस हो जाए, जितने नए फीचर आ जाए, किसी ना किसी मौके पर वो ऐसा धोखा देती है जो आपकी सोच से परे हो. ऐसी ही एक टेक्नोलॉजी है गूगल मैप्स. फायदेमंद तो है लेकिन एक ना एक बार तो इसे फॉलो कर आपने गच्चा खाया होगा. ताजा केस जोशीमठ का है (Google Maps gone wrong Uttarakhand). दिल्ली से दो लोग वेकेशन मनाने पहाड़ों पर गए. प्लान था विष्णुप्रयाग जाने का लेकिन पहुंच गए खाई में. रेस्क्यू कर लिया गया है. दोनों सेफ हैं.
Google Map के भरोसे शॉर्टकट मारा, भरभराकर खाई में गिर गए, फिर ऐसे बचाया गया!
सही उत्तराखंड घूमने गए थे!

दीपिका और अमित उत्तराखंड घूमने के लिए निकले थे. वहां पहुंचकर कई जगहों पर घूमे भी. बुधवार, 8 फरवरी को दोनों ने प्लान बनाया कि जोशीमठ के विष्णुप्रयाग जाया जाए. तो रास्ता देखने के लिए उन्होंने गूगल मैप्स खोल लिया. एप ने उन्हें एक शॉर्टकट रास्ता दिखाया. वो रास्ता जिस पर गाड़ी नहीं जा सकती थी. यानी एप ने बताया कि अगर पैदल ही जाया जाएगा तो कम समय में विष्णुप्रयाग तक पुहंच जाएंगे.
दो साल पहले टूटा था पुलदोनों उसी दिशा में चलते रहे. उन्हें इस बात का अहसास ही नहीं था कि विष्णुप्रयाग वाला पुल दो साल पहले टूट गया था. वहां जाकर टूटा पुल देखा तो पता चला कि दूसरी पार जाने का कोई रास्ता ही नहीं है. तब भी उन्होंने जाने की कोशिश की. दोनों विष्णुप्रयाग के पास पहुंचे ही थे कि उनका संतुलन बिगड़ा और वो पहाड़ से गिकर नदी किनारे फंस गए.
दोपहर करीब साढ़े तीन बजे स्थानीय लोगों को इस घटना के बारे में पता चला और उन्होंने तुरंत ही NDRF और पुलिस को सूचना दी. रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया और करीब तीन घंटे बाद दोनों ही पर्यटकों को सुरक्षित बाहर निकाला गया. इस मौसम में नदी में उतर किसी का भी रेस्क्यू करना मुश्किल काम है क्योंकि पानी बर्फ से भी ज्यादा ठंडा होता है. तमाम तरह की चुनौतियों के बीच टीम ने समय रहते दोनों पर्यटकों को बचा लिया. स्थानीय लोगों ने भी उनकी पूरी मदद की.
मैप्स वाले एप फॉलो करके जो लोग गच्चा खाए हैं, उन पर नजर डालते हैं (ओनली फॉर फन)

जब लोग गूगल मैप्स ज्यादा ही सीरियसली ले लेते हैं.

ये फोटो मीम में से निकाली गई हैं.

बस एक और.

सब मीम है. सब माया है. सतर्क रहें. सावधान रहें.
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