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जिस वीडियो में भारत-चीन के सैनिक एक-दूसरे पर मुक्के बरसा रहे हैं, उसका सच क्या है?

वीडियो कब का है, कहां का है?

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ये उस वीडियो का स्क्रीनशॉट है, जिसमें भारत-चीन के सैनिक आपस में लड़ते दिख रहे हैं.
जब लद्दाख में इंडियन आर्मी के लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह चीन के मेजर जनरल लिन लिउ के साथ बातचीत का दौर शुरू कर रहे थे, उसी वक्त सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा था. वीडियो, जिसमें भारत और चीन के सैनिक बिना किसी बड़े हथियार के, हाथ-पैर और छोटे-मोटे हथियारों से आपस में लड़ रहे हैं. कुछ-कुछ वैसे ही, जैसे गलवान में लड़े होंगे. करीब पांच मिनट का ये वीडियो वायरल हो रहा था.
'इंडिया टुडे' ने इस वीडियो की सच्चाई पता की, तो पता चला कि वीडियो सही है और नॉर्थ सिक्किम का है.

वीडियो की लोकेशन
'इंडिया टुडे' के डिफेंस जर्नलिस्ट शिव अरूर को मिली जानकारी के मुताबिक, वीडियो नॉर्थ सिक्किम के करीब 22 हज़ार फुट ऊंचे चोमो युमो पहाड़ के बेस का है. यहां इंटरनेशनल बॉर्डर है. यहां ये बात ध्यान रखने वाली है कि सिक्किम और तिब्बत के बीच का बॉर्डर एक निरूपित रेखा भर है, न कि कोई लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC).
Untitled Design (2) सिक्किम के आस-पास की सीमा का नक्शा. (फोटो- India Today)

चोमो युमो के बारे में..
चोमो योमु भारतीय सेना के लिए कोई नई पोजिशन नहीं है. चोमो युमो नाकू ला से सिर्फ छह किमी दूर है. नाकू ला यानी वही जगह, जहां 9 मई को भारत-चीन के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई थी. गलवान में तो एक तरफ से 20-30 जवान ही इसमें शामिल थे. नाकू ला वाली झड़प में तो दोनों तरफ से मिलाकर करीब 150 जवान लड़ाई में शामिल थे. नाकू ला की इस झड़प से तीन दिन पहले पैंगोंग झील के पास भी दोनों देशों के सैनिकों के बीच झड़प हुई थी.
नए वीडियो में क्या दिख रहा है
जो वीडियो अब वायरल हो रहा है, उसमें दोनों तरफ से सैनिक 'गो बैक' चिल्लाते हुए एक-दूसरे से लड़ रहे हैं. जल्द ही लड़ाई बढ़ने लगती है. दोनों तरफ से वीडियोग्राफी कर रहे जवानों को लगातार कैमरा चालू रखने के लिए कहा जा रहा है.
वीडियो के एक हिस्से में भारत की ओर से कोई जवान चीनी सैनिक की ओर इशारा करते हुए कहता है –
“उसका मुंह देखना, गोलगप्पे खाएगा?”
इस बात को लेकर सोशल मीडिया पर काफी हंसी-ठिठोली चल रही है. लेकिन जब आप किसी भी सेना से जुड़े व्यक्ति से बात करेंगे, तो समझ पाएंगे कि इस तरह की झड़प हंसी की बात नहीं है.
एक तो इतनी मुश्किल जगहों पर तैनाती पहले ही जवानों के शरीर पर भारी पड़ रही होती है. ऊपर से इस तरह की झड़पें और भी बुरा असर डालती हैं. लेकिन लद्दाख से होते हुए इस तरह की झड़पों की खबरें अब अमूमन शांत रहने वाले नॉर्थ सिक्किम से भी आ रही हैं, जो कि चिंता बढ़ाने वाली बात है.


भारत-चीन विवाद को लेकर भारतीय सेना के पूर्व अधिकारी आपस में ही भिड़ गए

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