तमिलनाडु के कल्लाकुरिचि जिले में कथित रूप से जहरीली शराब पीने के कारण कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई है. आशंका है कि मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है. शुरुआत में जानकारी आई थी कि शराब पीने से 20 से ज्यादा लोग बीमार पड़े थे. कई बीमार लोगों को अस्पताल में इलाज चल रहा है. मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने घटना की जांच के लिए CB-CID जांच का आदेश दिया है. घटना के बाद जिले के डीएम का ट्रांसफर कर दिया गया.
तमिलनाडु में 'जहरीली शराब' से 10 लोगों की मौत, SP समेत 10 पुलिस वाले सस्पेंड, DM का ट्रांसफर
शुरुआती जांच से पता चला है कि मेथनॉल की मिलावट के कारण लोगों की तबीयत बिगड़ी है. पीड़ितों को तीन अस्पतालों में भर्ती कराया गया है.

द हिंदू की रिपोर्ट के मुताबिक, 66 से ज्यादा लोगों का अस्पताल में इलाज चल रहा है. एक अधिकारी ने बताया कि शुरुआती जांच से पता चला है कि मेथनॉल की मिलावट के कारण लोगों की तबीयत बिगड़ी है. पीड़ितों को तीन अस्पतालों में भर्ती कराया गया है. वहीं, जिन लोगों की मौत हुई उनके शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है, इसके बाद ही मौत की वजह का पता चल सकेगा.
सूत्रों ने द हिंदू को बताया कि पीड़ितों में ज्यादातर दिहाड़ी मजदूर हैं, जिन्होंने ये देसी शराब करुणापुरम में एक वेंडर से खरीदी थी. इन लोगों ने 18 जून को शराब पी थी. इन्हें सांस लेने में दिक्कत, आंख की रोशनी धुंधली होने और डायरिया जैसे लक्षण दिखने लगे. इसके अलावा कई लोगों ने उल्टी और पेट दर्द की भी शिकायत की थी.
न्यूज एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस ने अवैध शराब बेचने वाले के कन्नुकुट्टी नाम के व्यक्ति को गिरफ्तार किया है. उसके पास से 200 लीटर अवैध शराब जब्त की गई. जांच में पता चला कि इसमें मेथनॉल मिला था.
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घटना के बाद राज्य सरकार ने कल्लाकुरिची के डीएम श्रवण कुमार जातावथ का ट्रांसफर कर दिया. वहीं जिले के एसपी समय सिंह मीणा को सस्पेंड कर दिया गया. एसपी के अलावा 9 पुलिसकर्मियों को भी सस्पेंड किया गया है.
मुख्यमंत्री स्टालिन ने सोशल मीडिया पर तमिल भाषा में एक पोस्ट किया है. उन्होंने लिखा कि इस घटना से वे बहुत दुखी हैं. जो लोग इस घटना के लिए जिम्मेदार हैं, उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है. जो अधिकारी इसे रोकने में नाकाम रहे उनके खिलाफ भी कार्रवाई की गई है.
AIADMK नेता इडापड्डी के पलानीस्वामी ने इस घटना के बाद सरकार पर सवाल उठाया है. उन्होंने कहा कि जब से राज्य में डीएमके की सरकार बनी है, तब से अवैध शराब से मौतें होती जा रही हैं. पलानीस्वामी ने कहा कि वे विधानसभा में इस मुद्दे को उठाते रहे हैं. उन्होंने मांग की है कि राज्य सरकार इस मुद्दे पर कठोर कार्रवाई करे.
पिछले साल भी विल्लूपुरम और चेंगलपट्टू जिले में जहरीली शराब पीने की दो घटनाओं में कम से कम 22 लोगों की मौत हुई थी.
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