तमिलनाडु में BJP की अहम सहयोगी AIADMK (ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम) ने NDA से किनारा कर लिया है. AIADMK अब NDA यानी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन का हिस्सा नहीं है. इसकी औपचारिक घोषणा 25 सितंबर को गई. पार्टी की ओर से कहा गया कि राज्य में BJP के नेता पिछले एक साल से AIADMK के पूर्व नेताओं, पार्टी महासचिव एडप्पादी के पलानीस्वामी (EPS) और कार्यकर्ताओं के बारे में टिप्पणी कर रहे थे. तमिलनाडु में BJP प्रदेश अध्यक्ष के. अन्नामलाई के हालिया बयानों से AIADMK नाराज़ थी और गठबंधन तोड़े जाने की बात पहले ही कह दी गई थी.
AIADMK ने BJP से गठबंधन तोड़कर पटाखे फोड़े, फिर कहा- 'ये सबसे खुशनुमा लम्हा'
तमिलनाडु में BJP की अहम सहयोगी रही AIADMK ने किन वजहों से NDA से नाता तोड़ा है?

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क्या बोल अलग हुई AIADMK?AIADMK के डिप्टी कोऑर्डिनेटर केपी मुनुसामी ने कहा,
"AIADMK बैठक में सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित किया है. AIADMK बीजेपी और NDA से सभी गठबंधन तोड़ रही है. BJP का राज्य नेतृत्व लगातार पिछले एक साल से हमारे पूर्व नेताओं, हमारे महासचिव और कैडरों के बारे में अनावश्यक टिप्पणी कर रहा है."
NDA से अलग होने का फैसला AIADMK मुख्यालय में पार्टी प्रमुख एडप्पादी के पलानीस्वामी (EPS) की अध्यक्षता में एक हाई लेवल मीटिंग में लिया गया. इसकी जानकारी देते हुए पूर्व मंत्री और वरिष्ठ नेता केपी मुनुसामी ने कहा कि अगले साल के चुनाव में AIADMK समान विचारधारा वाले दलों के साथ गठबंधन करेगी.
आजतक के प्रमोद माधव की रिपोर्ट के मुताबिक प्रस्ताव में किसी का नाम लिए बिना कहा गया है कि BJP का राज्य नेतृत्व पार्टी की नीतियों की आलोचना कर रहा है. पार्टी की ओर से कहा गया कि BJP द्रविड़ दिग्गज दिवंगत सीएन अन्नादुरई और दिवंगत मुख्यमंत्री जे जयललिता को बदनाम कर रही है.
रिपोर्ट के मुताबिक BJP से अलग होने की घोषणा के बाद AIADMK पार्टी हेडक्वार्टर के बाहर जश्न मनाया गया. AIADMK समर्थकों ने पटाखे फोड़े.
AIADMK की प्रवक्ता शशिरेखा ने कहा,
BJP के प्रदेश अध्यक्ष ने क्या कहा था?"...सदस्यों की राय के आधार पर हम यह प्रस्ताव लाए हैं...यह AIADMK के लिए सबसे खुशनुमा लम्हा है. हम आने वाले चुनावों के लिए बहुत खुश हैं, चाहे वह लोकसभा चुनाव हो या विधानसभा चुनाव... "
इंडिया टुडे के नागार्जुन द्वारकानाथ की रिपोर्ट के मुताबिक BJP प्रदेश अध्यक्ष के. अन्नामलाई ने कहा था कि सीएन अन्नादुराई ने 1956 में मदुरै के एक कार्यक्रम में हिंदू धर्म का ‘अपमान’ किया था. उन्होंने कहा था कि अन्नादुराई को अपनी टिप्पणी के बाद मदुरै में छिपना पड़ा और माफी मांगने के बाद ही वे यात्रा कर सके.
अन्नामलाई ने तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री के बारे में अपनी विवादास्पद टिप्पणी के लिए माफी मांगने से इनकार कर दिया था. उन्होंने कहा था कि उनकी पार्टी और AIADMK के बीच कोई समस्या नहीं है. अन्नामलाई ने ये भी दावा किया था कि उन्होंने अन्नादुराई के बारे में बुरा नहीं कहा था और केवल 1956 की एक घटना का जिक्र किया था.
गठबंधन टूटने पर BJP का रुख क्या है?AIADMK के वरिष्ठ नेताओं ने दिल्ली में BJP अध्यक्ष जेपी नड्डा से हाल ही में मुलाकात की थी. उन्होंने BJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष को प्रदेश प्रमुख के. अन्नामलाई की 'आक्रामक शैली' के कारण बनी राज्य की जमीनी स्थिति के बारे में जानकारी दी थी. इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक AIADMK ने मांग की थी कि अन्नामलाई, सीएन अन्नादुरई पर अपनी टिप्पणी के लिए माफी मांगें, और अगर वो ऐसा नहीं करते हैं तो उन्हें पद से हटा दिया जाए. अभी तक ऐसा नहीं हुआ है.
BJP सूत्रों के मुताबिक, पार्टी AIADMK को NDA से अलग होने के फैसले पर दोबारा विचार करने के लिए नहीं कहेगी. उनके अनुसार, BJP अपने तमिलनाडु राज्य प्रमुख अन्नामलाई का मजबूती से समर्थन कर रही है.
AIADMK तमिलनाडु में BJP और NDA की अहम सहयोगी पार्टी रही है. 2019 का लोकसभा चुनाव और 2021 का विधानसभा चुनाव AIADMK ने BJP के साथ लड़ा था.