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SBI ने अपने 44 करोड़ से ज्यादा ग्राहकों को बहुत बड़ी राहत दी है

अगर आप SBI के कस्टमर हैं तो ये खबर आपके लिए ही है.

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बैंक ने अपने ग्राहकों को बहुत बड़ी राहत दी है.
भारतीय स्टेट बैंक. SBI. देश का सबसे बड़ा बैंक. बैंक ने 11 मार्च, 2020 को बैंक ने मिनिमम बैंलेंस की अनिवार्यता को खत्म कर दिया. यानी अब सेविंग एकाउंट में SBI की ओर से निर्धारित मिनिमम बैंलेंस नहीं रखने पेनल्टी नहीं देनी होगी. SBI के इस फैसले का 44.51 करोड़ ग्राहकों को फायदा मिलेगा. बैंक का कहना है कि ग्राहकों को परेशानी मुक्त बैंकिंग सेवा उपलब्ध कराने के लिए ये फैसला लिया गया है. अभी तक मेट्रो शहरों में 3000, सेमी अर्बन में 2000 और ग्रामीण इलाके वाले बैंकों के अकाउंट्स में कम से कम 1000 रुपए रखना अनिवार्य था. मंथली बैलेंस मेंटन नहीं करने पर SBI ग्राहकों से पेनल्टी वसूलता था. ग्राहकों के अकाउंट से पांच से लेकर 15 रुपये तक काट लिए जाते थे. सरकारी और प्राइवेट, दोनों ही तरह के अधिकांश बैंक मिनिमम बैलेंस मेनटेन न कर पाने पर चार्जेस वसूलते हैं. कैश ट्रांजैक्शंस को कम से कम करने के लिए HDFC, ICICI और एक्सिस जैसे प्राइवेट बैंकों ने खाते से पैसे निकालने के मौके सीमित कर रखे हैं. एक निश्चित सीमा तक ट्रांजैक्शन के बाद वो इसके लिए भी चार्जेस वसूलते हैं. SBI के चेयरमैन रजनीश कुमार ने कहा,
कस्टमर फर्स्ट को ध्यान में रखते हुए हमने SMS चार्जेस को भी खत्म कर दिया है. इस घोषणा से हमारे मूल्यवान ग्राहकों की मुस्कान और बढ़ जाएगी. AMB को माफ करना बैंक का एक और महत्वपूर्ण कदम है जो ग्राहकों को अधिक सुविधाजनक एवं बेहतर बैंकिंग अनुभव के लिए उठाया गया है. हमारा मानना है कि इस कदम से हमारे ग्राहक एसबीआई और सशक्त तरीके से बैंक से जुड़ेंगे और SBI में उनका विश्वास और मजबूत होगा.
हालांकि, एसबीआई ने बचत बैंक खाते की ब्याज दर को घटाकर तीन प्रतिशत सालाना कर दिया है. इस समय बचत बैंक खातों पर इट्रेस्ट रेट 3.25 प्रतिशत था, एक लाख तक के लिए. एक लाख से ज्यादा पर तीन प्रतिशत था. अब सबके लिए तीन प्रतिशत कर दिया गया है. लेकिन एक बुरी खबर भी है एसबीआई ने फिक्स्ड डिपॉजिट यानी FD पर महीनेभर के अंदर एक बार फिर ब्याज दर घटा दी है. बैंक ने 45 दिनों तक की अवधि वाली शॉर्ट टर्म एफडी पर ब्याज में 0.50% की कटौती कर दी है, जो 10 मार्च से लागू हैं. नई दरों के मुताबिक, सात से 45 दिनों की एफडी पर 4 फीसदी का ब्याज मिलेगा, जो पहले 4.50 फीसदी था. इसने अलावा, एक साल और उससे ज्यादा की अवधि वाली एफडी के लिए ब्याज दरों में 0.10 पर्सेंट की कटौती की गई है. इनपर पहले 6 पर्सेंट तक का ब्याज मिलता था.
अर्थात: कोरोना वायरस से दुनिया को कितने पैसों का नुकसान होगा?

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