हिमाचल प्रदेश में लगातार भारी बारिश, बादल फटने, बाढ़ और भूस्खलन की घटनाओं में अब तक करीब 70 लोगों की जान जा चुकी है. इस आपदा में 37 लोग अभी लापता हैं. वहीं 110 से अधिक लोग घायल भी हुए हैं. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बताया कि इस घटना में 700 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है. सीएम ने आगे कहा कि बाढ़ से प्रभावित लोगों के रहने के लिए सरकार 5 हजार रुपये किराए के रूप में देगी.
हिमाचल प्रदेश में बाढ़-बारिश से 69 लोगों की मौत, 500 सड़कें बंद, 14 पुल पानी में बहे
हिमाचल प्रदेश में 37 लोग अभी लापता हैं, 110 से अधिक लोग घायल हैं.
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सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शुक्रवार, 4 जुलाई को मीडिया से बात करते हुए कहा,
“हिमाचल प्रदेश में इस बार बारिश ने भारी तबाही मचाई है. जिन लोगों का घर को बरसात में नुकसान पहुंचा है, वे अपने गांव में किसी पड़ोसी के घर में किराए पर रहना चाहते हैं तो उन्हें 5 हजार रुपये की मदद दी जाएगी. खाने-पीने की भी सुविधा उपलब्ध करवाई जा रही है. अब तक बारिश और इससे जुड़ी घटनाओं (बाढ़, भूस्खलन, बादल फटने) में 69 लोगों की जान जा चुकी है. करीब 37 लोग लापता हैं और लगभग 110 लोग घायल हुए हैं. 402 लोगों को सुरक्षित रेस्क्यू किया गया है.”
हिमाचल प्रदेश में 20 जून से मानसून ने दस्तक दी है. तब से लगातार तबाही की घटनाएं आ रही हैं. NDTV की रिपोर्ट के मुताबिक मंडी जिले में दर्जनभर से अधिक लोगों की जान जा चुकी है. जबकि कांगड़ा में 13, चंबा में छह और शिमला में पांच लोगों की मौत हुई है.

मंडी में सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्र थुनाग और बगसयेड हैं. यह क्षेत्र पूर्व मुख्यमंत्री और विपक्ष के नेता जयराम ठाकुर के विधानसभा क्षेत्र में आता है. मंडी के करसोग और धरमपुर इलाकों में भी भारी तबाही की खबर है. रिपोर्ट के मुताबिक मंडी जिले में 40 लोग लापता बताए गए हैं. इसके अलावा बिलासपुर, हमीरपुर, किन्नौर, कुल्लू, लाहौल-स्पीति, सिरमौर, सोलन और ऊना जिलों में भी बड़ी संख्या में लोगों की जान गई है.
इस भारी तबाही में सैकड़ों घर नष्ट हो गए हैं. वहीं 14 पुल बह गए हैं. इसके अलावा 300 से अधिक मवेशी भी मारे गए हैं. पूरे राज्य में 500 से ज्यादा सड़कें बंद हो गई हैं. बड़ी संख्या में बिजली के ट्रांसफॉर्मर या डीटीआर काम नहीं कर रहे हैं. हजारों लोग अंधेरे में रहने को मजबूर हैं. वहीं राज्य में पानी और भोजन का संकट भी बढ़ता जा रहा है.
गृहमंत्री अमित शाह ने भी देश के अलग-अलग हिस्सों में बाढ़-बारिश से हुए नुकसान पर प्रतिक्रिया दी है. उन्होेंने X पर पोस्ट करते हुए लिखा,
"देश के विभिन्न हिस्सों में भारी बारिश के मद्देनज़र, मैंने गुजरात, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, उत्तराखंड और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्रियों से बात की. जरूरतमंद लोगों के लिए राज्यों में पर्याप्त संख्या में NDRF टीमें तैनात की गई हैं. जरूरत पड़ने पर और अधिक सहायता भेजी जा सकती है. मैंने उन्हें केंद्र सरकार की ओर से हर संभव सहायता का आश्वासन दिया."
हिमाचल के हालात पर मुख्यमंत्री जयराम रमेश ने कहा कि बच्चों को पढ़ाई के लिए पास के सुरक्षित स्कूलों में भेजा जाएगा ताकि पढ़ाई प्रभावित न हो.
वीडियो: पूर्वोत्तर के कई राज्यों में भारी बारिश, बाढ़ और भू-स्खलन का कहर