The Lallantop

मुख्तार अंसारी के घर पहुंचे अखिलेश यादव, बोले- 'जेल में जो हुआ, सरकार के पास जवाब नहीं है'

अखिलेश यादव गाजीपुर पहुंचे और मुख्तार अंसारी के परिवार से मुलाकात की. मुलाकात के बाद अखिलेश यादव ने मुख्तार अंसारी की मौत पर सवाल उठाते हुए सुप्रीम कोर्ट के सिटिंग जज के निगरानी में जांच की मांग की है.

Advertisement
post-main-image
मुख्तार अंसारी के परिवार से मिलने गाजीपुर पहुंचे अखिलेश यादव. (इमेज क्रेडिट - एक्स)

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव  7 मार्च को मुख्तार अंसारी के घर पहुंचे. उन्होंने मुख्तार के परिवार से मुलाकात की. इस दौरान अखिलेश ने योगी सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार कस्टोडियल डेथ के मामले में दूसरे राज्यों से आगे जाना चाहती है.

Add Lallantop as a Trusted Sourcegoogle-icon
Advertisement

मुख्तार अंसारी के परिवार से मुलाकात के बाद अखिलेश यादव ने कहा कि वे उनके दुख में शामिल होने आए हैं और दुख की इस घड़ी में उनके साथ हैं. मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा

जो कुछ हुआ है, वो सरकार के ऊपर सवाल खड़े करता है. जेल के अंदर जो घटना हुई, उन सवालों का जवाब सरकार के पास नहीं है.

Advertisement

उन्होंने आगे कहा कि मुख्तार ने खुद बताया था कि उन्हें जहर दिया जा रहा है और वहीं बात सामने आई. मुख्तार अंसारी और उनके परिवार के बारे में बात करते हुए अखिलेश यादव ने कहा,

इतनी बार वो विधायक चुने गए. जो व्यक्ति इतने वर्षों जेल रहा हो और उसके बाद भी जनता जिता रही हो तो इसका मतलब परिवार और उस व्यक्ति ने जनता का दुख दर्द बांटा है. सब जानते हैं कि परिवार ने किस तरह से लोगों के बीच काम किया और दुख दर्द का साझा किया. लोकतंत्र में जो जनता का दुख-दर्द नहीं बांटता है, जनता उसके साथ नहीं खड़ी रहती है .

इस मामले में अखिलेश यादव ने सुप्रीम कोर्ट के सिटिंग जज के निगरानी में जांच की मांग की है. उन्होंने कहा कि अगर सुप्रीम कोर्ट के सिटिंग जज की निगरानी में अगर जांच होती है तो ही न्याय मिलेगा. उन्हें सरकार पर भरोसा नहीं है, वो न्याय नहीं दिला पाएगी.

Advertisement

ये भी पढ़ें - 'मुख्तार अंसारी के घरवालों से मुलाकात के बाद असदुद्दीन ओवैसी को मिली धमकी', AIMIM का दावा

गैंगस्टर और पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी का 28 मार्च को कार्डियक अरेस्ट की वजह से निधन हो गया था. बांदा जेल में अचानक तबीयत बिगड़ने के बाद मुख्तार को बांदा मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था, जहां इलाज के दौरान डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था. मुख्तार अंसारी के खिलाफ 61 केस दर्ज थे. इनमें हत्या, हत्या के प्रयास, अपहरण, धोखाधड़ी, गुंडा एक्ट, आर्म्स एक्ट, गैंगस्टर एक्ट, सीएलए एक्ट से लेकर एनएसए तक शामिल हैं. इनमें से 8 मामलों में उन्हें सजा हो चुकी थी. 

वीडियो: 'ये सुनियोजित हत्या है', मुख्तार अंसारी के बेटे उमर ने पिता की मौत के लिए किस-किस को जिम्मेदार ठहराया?

Advertisement