जम्मू-कश्मीर में सेना का एक जवान लापता हो गया है. कुलगाम का रहने वाला जवान ईद की छुट्टी लेकर अपने घर आया था. 29 जुलाई को गाड़ी से पास के शहर में ही कुछ सामान लाने गया था. उसकी गाड़ी मिल गई है, पर जवान लापता है. गाड़ी में खून के निशान और जवान के चप्पल पाए गए हैं. ऐसे में जवान के अपहरण की आशंका जताई जा रही है. सेना ने पुलिस के साथ मिलकर पूरे इलाके में सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है.
ईद की छुट्टी पर घर आया सेना का जवान लापता, कार पर मिले खून के निशान, मां बोलीं- "बेटे को लौटा दो"
26 साल का आर्मी जवान लेह में पोस्टेड था. आज ही छुट्टी का आखिरी दिन था.
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इंडिया टुडे से जुड़े अशरफ वानी की रिपोर्ट के मुताबिक, इस जवान का नाम अहमद वानी है. 25 साल का अहमद फिलहाल लेह में पोस्टेड था. जावेद का घर कुलगाम इलाके में असथल गांव में है. रविवार, 30 जुलाई को ही उसकी छुट्टी ख़त्म होने वाली थी, जिसके बाद वो वापस ड्यूटी पर जाने वाला था.
रिपोर्ट के मुताबिक, 29 जुलाई की रात करीब 8 बजे जावेद अपने घर से खाने-पीने का सामान लेने के लिए चावलगाम के लिए निकले थे. वो अपनी ऑल्टो कार लेकर गए थे. इसके बाद से वो लापता हैं. देर रात तक जब वो वापस नहीं आए, तो पड़ोसियों और गांव के अन्य लोगों ने मिलकर खोजबीन शुरू की.
तलाशी के दौरान जावेद की कार कुलगाम के पास ही प्रानहाल से बरामद कर ली गई. गाड़ी अनलॉक्ड स्थिति में पाई गई थी. कार में जवान की चप्पलें और खून के धब्बे मिले हैं. जावेद की खोजबीन के लिए सेना और पुलिस संयुक्त रूप से बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान चला रहे हैं. जावेद के परिवार का दावा है कि उन्हें किडनैप कर लिया गया है. हालांकि, पुलिस या सेना ने अब तक इस दावे की पुष्टि नहीं की है.
वानी की मां का भी एक वीडियो सामने आया है. इसमें वो अपील कर रही हैं,
"सबसे कहना चाहती हूं कि मेरे बेटे को घर लौटा दे. वो निर्दोष है और छोटा है. अगर उसने कुछ गलत किया है तो मैं माफी मांगती हूं."

मीडिया से बात करते हुए जावेद के रिश्तेदार असद रवानी ने बताया कि उन्हें पता चला कि जावेद को किसी ने ‘उठाया’ है. उन्होंने कहा,
2017 में भी सामने आया था केस“मैं उन नौजवानों से हाथ जोड़कर निवेदन करता हूं कि खुदा के खातिर जावेद को छोड़ दो. उसके माता-पिता बहुत परेशान हैं. उनके ऊपर रहम करो. वह ईद पर आया था, वापस जाने वाला था.”
बता दें, जम्मू-कश्मीर में सेना के जवान की किडनैपिंग का यह पहला केस नहीं है. इससे पहले भी कई ऐसे मामले सामने आए हैं. ऐसा ही एक मामला मई 2017 में भी सामने आया था. छुट्टी पर घर आए एक युवा सैन्य अधिकारी का शोपियां जिले से आतंकवादियों ने किडनैप कर लिया था. बाद में गोली मारकर उसकी हत्या कर दी गई थी.
साल 2022 में, आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (LeT) ने भारतीय सेना के एक जवान समीर अहमद मल्ल का अपहरण कर लिया था. बाद में जवान की हत्या कर दी गई थी.
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