The Lallantop

आयकर विभाग के नोटिस पर शरद पवार का तंज, 'मुझे भी लव लेटर मिला है'

शरद पवार को ये नोटिस जारी होने की टाइमिंग दिलचस्प है. इसके एक दिन पहले ही महाराष्ट्र की महा विकास अघाडी सरकार सत्ता से बाहर हुई थी. NCP ने कहा कि केंद्रीय जांच एजेंसियां शरद पवार को टारगेट कर रही हैं.

Advertisement
post-main-image
NCP प्रमुख शरद पवार (फोटो- पीटीआई)

आयकर विभाग ने एनसीपी प्रमुख शरद पवार (Sharad Pawar) को नोटिस भेजा है. उन्हें 2004, 2009, 2014 और 2020 के चुनावी हलफनामे को लेकर ये नोटिस भेजा गया है. शरद पवार को ये नोटिस जारी होने की टाइमिंग दिलचस्प है. आयकर विभाग ने उन्हें गुरुवार 30 जून को ये नोटिस भेजा. इसके एक दिन पहले ही महाराष्ट्र की महा विकास अघाडी (MVA) सरकार सत्ता से बाहर हुई थी. एनसीपी भी इस सरकार में सहयोगी थी.

Advertisement
नोटिस को कहा 'लव लेटर'

शरद पवार ने नोटिस पर तंज कसते हुए इसे "लव लेटर" बताया है. नोटिस की प्रतिक्रिया में शरद पवार ने मराठी भाषा में 30 जून को कई ट्वीट किए. उन्होंने लिखा, 

"इन दिनों (केंद्र सरकार द्वारा) ED और दूसरी केंद्रीय एजेंसियों की मदद ली जा रही है और इसके परिणाम भी दिख रहे हैं. कई विधायकों ने कहा है कि उन्हें जांच के लिए नोटिस मिले हैं. ये नया तरीका शुरू हुआ है. पांच साल पहले हम ईडी का नाम भी नहीं जानते थे. आज गांवों में भी लोग मजाक में कहते हैं कि तुम्हारे पीछे ईडी लग जाएगी."

Advertisement

एक और ट्वीट में पवार ने लिखा, 

"इस सिस्टम का इस्तेमाल उन लोगों के खिलाफ किया जा रहा है जो केंद्र में बैठे लोगों से अलग विचार रखते हैं. मुझे आयकर विभाग से इसी तरह का लव लेटर मिला है. जो जानकारी मैंने 2004 लोकसभा चुनाव में दी थी, उस पर अब सवाल किए जा रहे हैं. मैंने 2009 में भी लोकसभा चुनाव लड़ा. इसके बाद 2014 में राज्यसभा के लिए लड़ा. और अब नोटिस 2020 के राज्यसभा चुनावों के लिए भी मिली है."

NCP ने नोटिस की टाइमिंग को लेकर सवाल उठाया है. पार्टी ने कहा कि केंद्रीय जांच एजेंसियां शरद पवार को टारगेट कर रही हैं. पवार को इस तरह का नोटिस साल 2020 में भी मिला था. इसमें उनसे चुनावी हलफनामे पर स्पष्टीकरण मांगा गया था.

Advertisement

महाराष्ट्र में शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे की अगुवाई में कई विधायकों की बगावत के बाद महा विकास अघाडी सरकार गिर गई. कई दिनों से जारी सियासी उथल-पुथल के बाद एकनाथ शिंदे ने 30 जून को मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली. राज्य में नई सरकार बीजेपी के सहयोग से बनी है.

Advertisement