जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक (Satyapal Malik) ने एक बार फिर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) और केंद्र सरकार पर हमला बोला है. मलिक ने सरकार पर पुलवामा हमले (Pulwama Attack) को लेकर एक बार फिर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि 2019 का लोकसभा चुनाव शहीद जवानों के शवों पर लड़ा गया था.
CBI छापेमारी के बाद सत्यपाल मलिक का ये बयान मोदी सरकार को और परेशान कर देगा!
सत्यपाल मलिक के करीबियों के यहां छापेमारी में CBI को क्या मिला?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सत्यपाल मलिक ने ये भी कहा कि अगर पुलवामा हमले की जांच हो जाती तो गृह मंत्री को इस्तीफा तक देना पड़ जाता. मलिक ने आगे कहा कि अगले चुनाव तक अगर जनता ने इनके खिलाफ मतदान नहीं किया तो ये जनता को मतदान करने लायक नहीं छोड़ेंगे. मलिक ने कहा,
“ये कह देंगे कि जब हम ही चुनाव जीतते हैं तो चुनाव कराने की क्या जरूरत है. न कोर्ट रहेंगे, ने फोर्स रहेगी, न फौज होगी और ना ही कोई ऐसा सिस्टम रहेगा जिससे इनपर कंट्रोल किया जा सके.”
सत्यपाल मलिक ने बताया कि ये लोग उन्हें गद्दार कहना चाहते हैं. लेकिन उन्होंने ईमानदारी से काम किया है. उन्होंने कहा कि अब उन्हें नहीं फंसा पा रहे हैं, इसलिए उनके नीचे काम करने वाले अधिकारियों के खिलाफ ED और CBI लगा दी है. मलिक ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके खिलाफ षड्यंत्र रचकर उन्हें जेल भेजने की चाल चली जा रही है.
पुलवामा हमले पर बोलते हुए सत्यपाल मलिक ने कहा कि 14 फरवरी, 2019 को पुलवामा हमला हुआ था और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क में शूटिंग कर रहे थे. जब वो बाहर आए तो प्रधानमंत्री का कॉल उनके पास आया. मलिक ने आगे बताया,
“प्रधानमंत्री ने मुझे फोन किया तो मैंने बताया कि हमारी गलती से हमारे जवान शहीद हुए हैं. जिसके बाद उन्होंने मुझे चुप रहने को कहा.”
मलिक ने प्रधानमंत्री पर अडानी का साथ देने का आरोप भी लगाया. उन्होंने कहा कि अडानी इनका साथी है, जिसने तीन साल में इतनी दौलत बना ली कि देश का सबसे बड़ा ईमानदार हो गया. मलिक ने कहा,
CBI ने करीबियों के घर छापा मारा“संसद में जब राहुल गांधी ने 20 हजार करोड़ रुपये के बारे में पूछा तो प्रधानमंत्री कुछ बता नहीं पाए. वो अपनी नाक के नीचे भ्रष्टाचार करवाते हैं. उन्होंने दो दिन इसपर बात की, लेकिन कोई जवाब नहीं दे पाए. ये लोग सभी मुख्यमंत्रियों से पैसे लूटते हैं और अडानी को दे देते हैं.”
इससे पहले CBI ने जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक के करीबियों के घर छापेमारी की थी. इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, 17 मई को CBI ने कुल 8 जगहों पर छापेमारी की. जिन लोगों के घर छापा मारा गया, उनमें सत्यपाल मलिक के एक मीडिया सलाहकार भी शामिल थे. ये तब मीडिया सलाहकार थे, जब सत्यपाल मलिक जम्मू-कश्मीर के गवर्नर थे. एक जांच अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया था कि मामला कथित बीमा घोटाले से जुड़ा है और जिन आठ जगहों पर छापा मारा गया, वो जम्मू-कश्मीर, दिल्ली और राजस्थान में स्थित हैं.
बता दें कि अक्टूबर 2021 में सत्यपाल मलिक ने दावा किया था कि उन्हें दो फाइलों को मंजूरी देने के लिए 300 करोड़ रुपये की रिश्वत ऑफर की गई थी. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, इनमें से एक फाइल RSS (राष्ट्रीय स्वयंसेवक) के नेता से जुड़ी थी. मलिक के आरोपों के बाद CBI ने दो मामले दर्ज किए थे. इस साल अप्रैल में 14 जगहों पर तलाशी भी ली गई थी. CBI ने अनिल अंबानी की रिलायंस जनरल इंश्योरेंस कंपनी (RGIC) और चेनाब वैली पावर प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड (CVPPPL) के अधिकारियों के खिलाफ भी मामला दर्ज किया था.
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