The Lallantop

ब्लू पानी, दिन सनी वाली दिव्या की नई फिल्म सनम रे का ट्रेलर

टी सीरीज के मालिक और जय माता दी गुलशन कुमार के बेटे भूषण कुमार की वाइफ हैं दिव्या कुमार. उन्होंने ब्लू पानी वाली फिल्म यारियां बनाई थीं. अब सनम रे लेकर आई हैं.

Advertisement
post-main-image
Source - Twitter
दिव्या कुमार की डायरेक्टर के तौर पर पहली फिल्म आई थी 'यारियां'.इसके जरिए लोगों को कवि हनी ने बताया था कि दिन सनी हो तो पानी ब्लू नजर आता है. वैसे नजर एवलिन शर्मा आई थीं टमाटर के रंग की बिकिनी में. फिल्म में सब कुछ था और घनघोर था. देशभक्ति, कर्णप्रिय संगीत, कॉलेज का पिंक आर्चीज रोमैंस और बीच पर नहाने वाला परदेसी लंगोट पहन केला खाती लड़कियां. ज्यादातर हलवाई घर के ही लगे थे, इसलिए लागत कम आई थी. कमाई हुई और मिल गया मैडम को हिट का बैज. उसे लगाए दिव्या लौट आई हैं. एक और लव स्टोरी लेकर. जो अपने फंडे में अझेल दिख रही है. स्वर्गीय यश चोपड़ा की याद में पहाड़ों के बीच नंगा पुंगा हीरो है, ताकि पुलकित की जिम नजर आए. हीरोइन है शिफॉन की साड़ी में, गोया उनके भीतर शिलाजीत बसी हो और ठंड तो हम तुच्छ होमो सैपिएंस को लगती हो. हम अभी से बताए देते हैं कि क्या होगा 12 फरवरी को रिलीज हो रही फिल्म सनम रे में चाट टाइप के फफूंद खाए फिल्मी फंडे देने के लिए दद्दू हैं. स्टोरीटेलर के रोल में. रणबीर के पापा ऋषि को ये काम दिया गया है. दद्दू का ज्ञान क्या है. प्यार वही होता है, जिसमें आखिरी में मिलें. वर्ना कहानी खतम कैसे होगी. वाह, बोत नई बात बोली अंकिल आपने. रुकिए रुकिए. थकिए मत. दद्दू यह भी कहते हैं कि महबूबा का घर वही है, जिसके सामने पहुंचने पर दिल धड़कने लगे. तो मतलब बीपी के मरीजों को तो हर तीसरा घर मेहबूबा का लगेगा. सीडी के खास हिस्से घिसने वाली कौम के लिए उर्वशी रौतेला हैं. रानी कलर की बिकिनी में. उनकी मोटी मोटी अंखियों में आंसू भी हैं. एक्टिंग एंड टफ सीन यू नो. फ्लैशबैक तकनीक का अझेल इस्तेमाल है. हीरो लौटता है अपने कस्बे में. पुराने घर में एक फोटू है. उसकी बचपन की सहेली की. उसे देखता है. और फिर आती हैं स्कार्फ पहने फेयर एंड लवली यामी गौतम. और उसके बाद जुदाई, मिलन, रुसवाई का सिलसिला. बीच बीच में ब्रेक देने के लिए गाने. क्योंकि लागत तो टीसीरीज म्यूजिक से ही वसूलेगा न. फिलिंग के लिए घोड़े भागते हैं. ओपन कार में हीरो हीरोइन घुम्मी करने जाते हैं. चुम्मी भी होती है. और रेत में चेज सीन भी. और आखिर में जुकाम, आंसू के मेल से लाल हुई नाक लिए यामी जी कहती हैं, जरूरी नहीं हर सवाल अपने साथ एक जवाब लेकर आए. इसलिए हम ये नहीं पूछेंगे कि दिव्या ऐसी फिल्में क्यों बनाती हैं और इन्हें कौन से चमन देखने जाते हैं. ये वही लोग हैं बिट्टू जो 14 फरवरी के दिन ही सारा प्यार कर लेते हैं. https://www.youtube.com/watch?v=fvQZkpnb764

Add Lallantop As A Trusted Sourcegoogle-icon
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement