The Lallantop
लल्लनटॉप का चैनलJOINकरें

आरिफ बिना तड़प रहा सारस, खाना-पीना छोड़ा, अब ये मांग उठी!

कानपुर चिड़ियाघर में बंद है सारस

post-main-image
कानपुर के चिड़ियाघर में है आरिफ का दोस्त सारस. (फोटो- ट्विटर)

सारस पक्षी से अपनी दोस्ती के चलते मशहूर हुए आरिफ फिर चर्चा (Arif Saras Friendship Viral News) में हैं. समाजवादी पार्टी के एक विधायक ने ये मांग की है कि कानपुर स्थित चिड़ियाघर के जिस बाड़े में सारस को रखा गया है, वहां आरिफ की तस्वीर लगाई जाए.

तस्वीर में कोई और भी है

कानपुर के आर्य नगर से समाजवादी पार्टी के विधायक अमिताभ बाजपेई सोमवार, 27 मार्च को चिड़ियाघर पहुंच गए. आरिफ का दोस्त सारस अब यहीं रहता है. अपने समर्थकों के साथ आए अमिताभ बाजपेई के हाथ में एक तस्वीर थी. इसमें सारस के साथ दो लोग दिखाई दे रहे हैं. एक आरिफ और दूसरे उनकी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव. तस्वीर उस वक्त की है जब अखिलेश, सारस को देखने के लिए आरिफ के पास पहुंचे थे. अब चर्चा है कि अमिताभ बाजपेई और उनके समर्थकों ने सारस के बाड़े में ये तस्वीर लगाने की मांग की है.

आजतक से जुड़े सिमर की रिपोर्ट के मुताबिक सपा विधायक ने जू के डायरेक्टर केके सिंह से मुलाकात की और उन्हें ये तस्वीर सौंपी. केके सिंह ने अमिताभ बाजपेई को बताया कि अभी सारस को प्रोटोकॉल के चलते 15 दिन के लिए क्वारंटीन किया गया है, इसलिए निगरानी करने वाले व्यक्ति के अलावा कोई भी पक्षी से नहीं मिल सकता, ना ही उसके पास जा सकता है.

रिपोर्ट के मुताबिक इसी दौरान अमिताभ बाजपेई ने केके सिंह से बाड़े में आरिफ की तस्वीर लगाने की मांग की ताकि अपने 'दोस्त' को देखकर पक्षी की मायूसी कम हो जाए और वो खाने लगे. उन्होंने ये आरोप भी लगाया कि आरिफ को उनके दोस्त पक्षी से इसलिए अलग कर दिया गया क्योंकि उनका नाम 'आरिफ' (मतलब मुसलमान) है. बाद में सपा विधायक ने अपने चिड़ियाघर दौरे को लेकर ये ट्वीट किया,

आरिफ और सारस की दोस्ती

अमेठी की गौरीगंज तहसील स्थित जोधपुर मंडखा गांव के रहने वाले आरिफ को करीब एक साल पहले खेत में ये सारस जख्मी हालत में मिला था. उसके पैर में चोट थी. आरिफ उसे अपने घर ले आए थे. उन्होंने घर पर ही उसका इलाज किया. आरिफ ने पक्षी का काफी ख्याल रखा. घर का बना खाना खिलाया. इस तरह दोनों के बीच दोस्ती हो गई.

आरिफ ने बताया कि चोट ठीक होने के बाद उन्होंने सारस को आजाद कर दिया. लेकिन पक्षी को आरिफ का साथ पसंद आ गया था. आरिफ के मुताबिक दिन में सारस उड़कर जंगल और खेतों में चला जाता था, और शाम होने पर वापस उनके घर आ जाता था.

ये कहानी लोगों के बीच आई तो आरिफ और सारस दोनों की चर्चा होने लगी. लेकिन 21 मार्च को वन विभाग के अधिकारियों ने आरिफ से सारस को ले लिया. फिर वो उसे समसपुर पक्षी विहार ले गए. आरिफ के मुताबिक वन-विभाग वालों का कहना था कि वो सारस की अच्छी देखभाल नहीं कर पाएंगे, इसलिए उसे अपने साथ ले जा रहे हैं.

इसके बाद खबर आई की सारस गायब हो गया है. खोजबीन के दौरान सारस समसपुर पक्षी विहार से कुछ दूर बिसईया गांव में मिला. उसे वापस पक्षी विहार लाया गया. इस सबके बीच आरिफ पर वन्यजीव संरक्षण कानून के तहत केस दर्ज कर दिया गया. वन विभाग ने उनसे 2 अप्रैल तक अपना बयान दर्ज कराने को कहा है. नोटिस के मुताबिक आरिफ ने वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 का उल्लंघन किया है.

वीडियो: सोशल लिस्ट: आरिफ से सारस छिना, अखिलेश यादव ने नरेंद्र मोदी के मोर पर निशाना साधते हुए बहस खड़ी कर दी