पिछले कई महीनों से रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध की आशंका आखिरकार सच साबित हो गई है. गुरुवार 24 फरवरी की सुबह रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन पर हमले की घोषणा कर दी. इसके बाद यूक्रेन के कई शहरों पर रूस ने हवाई हमले किए हैं. राजधानी कीव समेत पूरे यूक्रेन में हाहाकार मच गया है. दुनियाभर के ताकतवरों देशों ने रूस की इस कार्रवाई की निंदा की है. इस सबके बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने कहा है कि उनका देश इस लड़ाई में सरेंडर नहीं करेगा. रूस की तरफ से हो रहे हमलों के बीच वोलोडिमिर जेलेंस्की ने
यूक्रेन को सम्बोधित करते हुए कहा,
हम निश्चित रूप से जानते हैं कि हमें युद्ध की ज़रूरत नहीं है. ना ही कोल्ड वॉर ना ही हॉट वॉर. और ना ही कोई हाइब्रिड वॉर की. लेकिन अगर हम पर (दुश्मन) सैनिकों द्वारा हमला किया जाएगा, अगर वे हमारे देश को हमसे या हमारी आजादी, हमारे जीवन, हमारे बच्चों के जीवन को छीनने की कोशिश करेंगे तो हम अपनी रक्षा करेंगे. हमला नहीं, बल्कि अपना बचाव करेंगे. और जब रूस हम पर आक्रमण करेगा, तब वो हमारे चेहरे देखेगा, हमारी पीठ नहीं.
उन्होंने आगे कहा,
युद्ध एक बड़ी आपदा है. और इस आपदा की बड़ी कीमत भी है. आप इस शब्द का जो भी मतलब निकालें, लेकिन “युद्ध” में लोग पैसा, प्रतिष्ठा, जीवन की गुणवत्ता सब खो देते हैं. आज़ादी भी खो देते हैं. लेकिन सबसे अहम ये है कि लोग अपने प्रियजनों को खो देते हैं, वे खुद को खो देते हैं.
यूक्रेन के राष्ट्रपति ने ट्विटर पर भी कई बातें कही हैं. एक ट्वीट में उन्होंने कहा,
रूस ने सुबह हमारे देश पर विश्वासघाती हमला किया, जैसा कि नाज़ी जर्मनी ने दूसरे वर्ल्ड वॉर के समय किया था. हमारा देश इतिहास के दूसरी तरफ़ खड़ा है. रूस बुराई के रास्ते पर चल पड़ा है, लेकिन यूक्रेन अपना बचाव कर रहा है और अपनी स्वतंत्रता को नहीं छोड़ेगा, चाहे मास्को कुछ भी सोचता हो.
वहीं यूक्रेन के रक्षा मंत्री ने अपने नागरिकों से अनुरोध करते हुए कहा है कि जो हथियार पकड़ने को तैयार हैं वे फोर्स में ज़रूर शामिल हों. दूसरी तरफ पुतिन ने साफ कर दिया है कि रूसी और यूक्रेनी सेनाओं के के बीच ये युद्ध अब टाला नहीं जा सकता है. उन्होंने यूक्रेन से अपने हथियार डालने के लिए भी कहा है. उधर अमेरिका और उसके सहयोगी देश रूस को परिणाम भुगतने की चेतावनी दे रहे हैं.