अहमदाबाद में क्रैश हुए प्लेन (Ahmedabad Plane Crash) की जांच में एक नया मोड़ आ गया है. रिपोर्ट है कि अब इस पहलू की गहराई से जांच की जा रही है कि प्लेन में संभवत: कुछ ‘अन-कमांडेड’ एक्शन हुआ हो. यानी कि किसी तकनीकी गड़बड़ी के कारण प्लेन में कोई एक्शन खुद ही हुआ हो. ऐसा कुछ जिस पर पायलट का कंट्रोल न हो.
क्रैश विमान के अहमदाबाद पहुंचने से पहले तकनीकी खराबी आई थी, अब इस नए एंगल से होगी जांच
अहमदाबाद से लंदन के लिए उड़ान भरने से पहले उस प्लेन को दिल्ली से Ahmedabad लाया गया था. एक पायलट जिसने विमान को दिल्ली से अहमदाबाद तक उड़ाया था, उसने बताया कि उसने तकनीकी लॉग में 'स्टेबलाइजर पोजिशन ट्रांसड्यूसर डिफेक्ट' देखा था.

नाम न छापने की शर्त पर एक जांच अधिकारी ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया है, ‘जांच में फ्यूल कंट्रोल स्विच के कट-ऑफ मोड में अन-कमांडेड ट्रांजिशन की संभावना का पता लगाया जाएगा.’ आसान भाषा में कहें तो इस संभावना का पता लगाया जाएगा कि फ्यूल कंट्रोल स्विच में अपने आप ही किसी तरह का बदलाव तो नहीं हुआ. पायलट के बिना किसी इनपुट के.
स्टेबलाइजर पोजिशन ट्रांसड्यूसर डिफेक्टएक्सप्रेस ने एक अधिकारी के हवाले से एक और बड़ी जानकारी दी है. 12 जून को अहमदाबाद से लंदन के लिए उड़ान भरने से पहले, उसी विमान को दिल्ली से अहमदाबाद लाया गया था. एक पायलट जिसने विमान को दिल्ली से अहमदाबाद तक उड़ाया था, उसने बताया कि उसने तकनीकी लॉग में 'स्टेबलाइजर पोजिशन ट्रांसड्यूसर डिफेक्ट' देखा था. हालांकि, उन्होंने ये भी बताया कि इस खराबी की जांच की गई और बोइंग की प्रक्रिया के अनुसार इंजीनियर ने इसे ठीक कर दिया.
‘स्टेबलाइजर पोजिशन ट्रांसड्यूसर’ एक सेंसर है जो विमान की पिच (नोज के ऊपर-नीचे होने की गति) को नियंत्रित करता है. साथ ही ये फ्लाइट कंट्रोल सिस्टम को इलेक्ट्रिकल सिग्नल के रूप में डेटा भेजता है. ताकि ये सुनिश्चित किया जा सके कि पायलट जो इनपुट देता है विमान में उस पर सटीक प्रतिक्रिया हो.
अधिकारी ने बताया कि ‘स्टेबलाइजर पोजिशन ट्रांसड्यूसर’ का मालफंक्शन होना एक गंभीर समस्या है. क्योंकि इससे फ्लाइट कंट्रोल में गलत प्रतिक्रियाएं हो सकती हैं. इन समस्याओं में फ्यूल कट ऑफ सिग्नल भी शामिल है. लेकिन उन्होंने आगे ये भी कहा है,
इस क्रैश का कारण स्टेबलाइजर पोजिशन ट्रांसड्यूसर में खराबी नहीं है. लेकिन सवाल है कि क्या इस गड़बड़ी की वजह से कई सेंसर फेल हो गए.
जांच में विमान के इलेक्ट्रिक और सॉफ्टवेयर से जुड़े पहलुओं का पता लगाया जाएगा.
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AAIB की रिपोर्ट में क्या है?अहमदाबाद हादसे को लेकर एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) ने 12 जुलाई को अपनी शुरुआती रिपोर्ट सार्वजनिक की है. इसके अनुसार, दोनों पायलटों को जैसे ही पता चला कि फ्यूल के रास्ते में कोई दिक्कत है, उन्होंने दोनों इंजनों को फिर से चालू करने की कोशिश की. इंजन-1 कुछ हद तक चालू हो गया, लेकिन इंजन-2 पूरी तरह से स्पीड रिकवर नहीं कर पाया.
इसी रिपोर्ट में ये भी बताया गया कि टेक ऑफ के कुछ ही सेकेंड बाद एक पायलट ने दूसरे पायलट से कहा, ‘तुमने इंजन फ्यूल क्यों बंद किया?’ इस पर दूसरे पायलट ने जवाब दिया, ‘मैंने कुछ नहीं किया.’ इसके बाद दोनों पायलटों ने विमान को बचाने की खूब कोशिश की लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली. प्लेन पास के एक मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल के ऊपर क्रैश हो गया. प्लेन में सवार 242 में से सिर्फ एक की जान बच पाई. मौके पर मौजूद कई और लोगों की भी जान चली गई.
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