इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू (Benjamin Netanyahu) को 16 जुलाई को बड़ा झटका लगा. उनकी एक प्रमुख सहयोगी पार्टी ने उनकी गठबंधन सरकार से अलग होने की घोषणा कर दी है. इस घोषणा के बाद नेतन्याहू की सरकार संसद (Knesset) में अल्पमत में आ गई है.
बेंजामिन नेतन्याहू को बड़ा झटका, एक और सहयोगी ने छोड़ा साथ, अल्पमत में सरकार
Israel की संसद (Knesset) में 120 सीटें हैं. यहां बहुमत के लिए 61 सीटों की जरूरत होती है. शास पार्टी के पास 11 सीटें हैं. उसके समर्थन वापस लेने के बाद Netanyahu सरकार के पास संसद में महज 50 सीटें रह जाएंगी.

AP की रिपोर्ट के मुताबिक, इजरायल की राजनीति में लंबे समय से किंगमेकर की भूमिका निभा रही अति-रूढ़िवादी पार्टी ‘शास’ (Shas) ने एक सैन्य भर्ती बिल पर असहमति के चलते ये कदम उठाया है.
इससे पहले 15 जुलाई को एक और कट्टरपंथी यहूदी पार्टी ‘यूनाइटेड टोरा जूडाइज्म’ भी प्रधानमंत्री नेतन्याहू की गठबंधन सरकार से अलग हो गई थी. शास पार्टी से कैबिनेट मंत्री माइकल मल्कीली ने पार्टी के निर्णय के बारे में बताते हुए कहा,
मौजूदा स्थिति में सरकार में बैठना और उसमें भागीदार बनना असंभव है.
बता दें कि इजरायल की संसद (नेसेट) में 120 सीटें हैं. यहां बहुमत के लिए 61 सीटों की जरूरत होती है. शास पार्टी के पास 11 सीटें थीं. उनके समर्थन वापस लेने के बाद नेतन्याहू सरकार के पास संसद में महज 50 सीटें रह जाएंगी. हालांकि शास पार्टी ने कहा है कि गठबंधन से बाहर होने के बावजूद वह सरकार को कमजोर करने का प्रयास नहीं करेगी. और कुछ कानूनों पर सरकार के समर्थन में वोट कर सकती है.
नेतन्याहू की सरकार को तत्काल गिरने का खतरा क्यों नहीं?फिलहाल बेंजामिन नेतन्याहू सरकार को कोई खतरा नहीं दिख रहा है. शास पार्टी के मंत्रियों का इस्तीफा 48 घंटे बाद ही प्रभावी होगा. इससे नेतन्याहू के पास समाधान निकालने के लिए कुछ समय मिल जाएगा. अगर समझौता नहीं होता फिर भी सरकार गिरने के आसार कम ही हैं, क्योंकि जुलाई के अंत में संसद गर्मी की छुट्टी पर चली जाएगी.
इससे नेतन्याहू को संकट सुलझाने के लिए लगभग तीन महीने का समय मिल जाएगा. नेतन्याहू पहले भी इस तरह के राजनीतिक संकटों से निकल चुके हैं. लेकिन यदि शीतकालीन सत्र में भी नेतन्याहू अपने सहयोगियों को मनाने में विफल रहते हैं तो इजरायल में समय से पहले चुनाव हो सकते हैं, जोकि अक्टूबर 2026 में होने हैं.
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इजरायल में चुनाव कैसे होते हैं?इजरायल में संसद(नेसेट) की 120 सीटों के लिए पार्टियों को आनुपातिक प्रतिनिधित्व के आधार पर सीटें मिलती हैं. कोई भी पार्टी 3.25 प्रतिशत वोट पाने के बाद ही सीट पा सकती है. इजरायल में 2019 से अब तक पांच आम चुनाव हो चुके हैं. यहां संसद का कार्यकाल चार साल का होता है.
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