आधी रात को कड़ाके की ठंड में सफर कर रहे यात्री ट्रेन में सो रहे थे. कंबल ओढ़ कर. अचानक जोर-जोर से फायर अलार्म बजने लगा. गरम बिस्तर छोड़कर लोग इधर-उधर भागने लगे. किसी सज्जन ने ट्रेन की चेन खींची और सभी लोग नीचे कूदने लगे. इस बीच कुछ लोग घायल भी हुए (Ruckus in Saptkranti Train Rat). नीचे उतरकर लोगों ने राहत की सांस ली तो देखा कि ट्रेन में कोई आग नहीं लगी है. तो ये मजाक किसने किया? किसने फायर अलार्म बजाया? जांच में निकला एक चूहा.
कंबल ओढ़े सो रहे थे यात्री, चूहे ने बजा दिया ट्रेन का फायर अलार्म, पूरा डिब्बा खाली हो गया
रात के 3 बजे, वीरान जगह पर अचानक ये हुआ

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, घटना बुधवार, 4 दिसंबर की है. सप्तक्रांति एक्सप्रेस मुजफ्फरपुर से दिल्ली आ रही थी. रात करीब 3 बजे ट्रेन शाहजहांपुर जिले के बंथरा पहुंची थी. इसी बीच थर्ड एसी के बी-1 कोच में अचनाक फायर अलार्म बजा. खलबली के कुछ मिनटों बाद मुसाफिर ट्रेन से उतरकर दूर खड़े हो गए.
ट्रेन के लोको पायलट राजकुमार ने मैकेनिकल स्टाफ और रेलवे कंट्रोल को इसकी सूचना दी. अलार्म की जांच की गई. अलार्म सिस्टम का डिब्बा खोला गया जिसमें एक मरा हुआ चूहा मिला. पता चल गया कि अलार्म किस वजह से बजा था. पूरे कोच में बदबू फैल रही थी. चूहे को हटा दिया गया. इस बीच ट्रेन अचानक चल गई और कुछ लोग चढ़ ही नहीं पाए. परिजनों ने दोबारा चेन खींची.
इस पूरे तामझाम में करीब एक घंटे का वक्त जाया हुआ. ट्रेन पहले से भी एक घंटा लेट चल रही थी. सुबह करीब साढ़े चार बजे ट्रेन दोबारा रवाना हो सकी.
चूहों में ट्रेन और प्लेन में की गड़बड़पिछले दिनों खबर आई थी कि ट्रेन में चूहों के आतंक के चलते व्यापारी सड़क मार्ग के जरिए पार्सल भेज रहे हैं. चूहे पार्सल खराब कर देते या खाने वाले सामान खा जाते. इसी तरह छत्तीसगढ़ में रायपुर के रेलवे स्टेशन पर चूहे पार्सल में भेजे जा रहे चॉकलेट, ड्रॉयफ्रूट्स और कपड़े कुतर गए.
एक बार तो चूहे की वजह से एक फ्लाइट करीब पांच घंटे लेट हुई थी. घटना नवंबर, 2014 की है. नॉर्वे एयर शटर एयरोप्लेन ओस्लो से टेकऑफ करने जा रहा था, तभी कॉकपिट में एक चूहा दिखाई दिया. उसे ढूंढने में स्टाफ के की घंटे बर्बाद हो गए. पूरे विमान की तलाशी ली गई ताकि पता लगाया जा सके कि उसने कोई नुकसान तो नहीं किया. इसके बाद ही फ्लाइट को टेकऑफ की इजाजत मिली.
IRCTC पर टिकट बुक किया, ट्रेन में गया तो वहां सीट ही नहीं थी, फिर भारतीय रेलवे ने जुगाड़ किया!