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SEBI चीफ ने अब तक इस्तीफा क्यों नहीं दिया? हिंडनबर्ग रिपोर्ट पर राहुल गांधी के चार सवाल

Rahul Gandhi ने कहा कि छोटे खुदरा निवेशकों की संपत्ति की सुरक्षा का जिम्मा संभालने वाले सेबी की प्रतिष्ठा को उसके चेयरपर्सन पर लगे आरोपों ने गंभीर रूप से ठेस पहुंचाई है.

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राहुल गांधी ने X पर वीडियो जारी कर सवाल पूछे हैं. (तस्वीर-X)

अमेरिका की शॉर्ट-सेलर फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च ने नई रिपोर्ट जारी कर सेबी चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच और उनके पति पर बड़े आरोप लगाए गए हैं. अब इस मामले में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने तीखा हमला बोला है. उन्होंने कहा कि छोटे खुदरा निवेशकों की संपत्ति की सुरक्षा का जिम्मा संभालने वाले सेबी की प्रतिष्ठा को उसके चेयरपर्सन पर लगे आरोपों ने गंभीर रूप से ठेस पहुंचाई है. साथ ही उन्होंने माधबी पुरी के इस्तीफे की मांग भी की है.  

राहुल गांधी ने X पर एक पोस्ट और वीडियो के ज़रिए इस मामले में अपना पक्ष रखते हुए कहा, 

'देश भर के ईमानदार निवेशकों के पास सरकार के लिए महत्वपूर्ण सवाल हैं. पहला- सेबी की अध्यक्ष माधबी पुरी बुच ने अभी तक इस्तीफा क्यों नहीं दिया? दूसरा- अगर निवेशक अपनी मेहनत की कमाई खो देते हैं, तो इसके लिए कौन जिम्मेदार होगा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, सेबी अध्यक्ष या गौतम अदानी? तीसरा- सामने आए नए और बेहद गंभीर आरोपों के मद्देनजर क्या सुप्रीम कोर्ट इस मामले की फिर से स्वतः संज्ञान लेकर जांच करेगा?'

राहुल ने वीडियो साझाकर कहा, 

'कल्पना कीजिए कि भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच एक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच हो रहा हो और मैच देखने वाला, मैच खेलने वाला हर व्यक्ति जानता हो कि अंपायर न्यायसंगत नहीं हैं. ऐसे में मैच का क्या होगा? मैच की निष्पक्षता और परिणाम का क्या होगा? मैच में भाग लेने वाले व्यक्ति के रूप में आपको कैसा लगेगा? भारतीय शेयर बाजार में बिल्कुल यही हो रहा है. पिछले कुछ वर्षों में बड़ी संख्या में लोग भारत के शेयर बाजार में निवेश कर रहे हैं. वे अपनी मेहनत की कमाई, ईमानदारी से कमाई गई बचत को शेयर बाजार में लगा रहे हैं. विपक्ष के नेता के रूप में यह मेरा कर्तव्य है कि मैं आपके ध्यान में लाऊं कि भारतीय शेयर बाजार में जोखिम से घिरा हुआ है, क्योंकि शेयर बाजार को नियंत्रित करने वाली संस्था के साथ समझौता किया गया है.’

उन्होंने आगे कहा, 

‘अब यह पूरी तरह से स्पष्ट हो गया है कि प्रधानमंत्री मोदी जेपीसी जांच से इतना क्यों डरते हैं और इससे क्या पता चल सकता है.’

हालांकि, सेबी चेयरपर्सन ने इन आरोपों को बेबुनियाद करार दिया है और रिसर्च एजेंसी पर ही निशाना साधा है. बुच और उनके पति धवल ने आरोपों को निराधार बताया था. दंपति ने कहा कि हिंडनबर्ग पूंजी बाजार नियामक की विश्वसनीयता पर हमला कर रही है और चेयरपर्सन के चरित्र हनन का भी प्रयास कर रही है.

वीडियो: हिंडनबर्ग की नई रिपोर्ट, SEBI चेयरमैन पर क्या आरोप लगाए?