The Lallantop

मां के इलाज से लेकर कॉलेज एडमिशन तक, प्रदीप मेहरा के लिए कौन क्या कर रहा है?

यूपी सरकार ने प्रदीप से क्या वादा किया है?

post-main-image
प्रदीप मेहरा (फोटो- ट्विटर)
नोएडा की सड़क पर देर रात दौड़ लगाने वाले प्रदीप मेहरा अब सोशल मीडिया 'सनसनी' बन चुके हैं. प्रदीप सिर्फ 19 साल के हैं. उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले के रहने वाले हैं. उन्होंने बताया था कि उनकी मां बीमार हैं और दिल्ली के अस्पताल में भर्ती हैं. रात 12 बजे दौड़ लगाने का वीडियो वायरल होने के बाद कई लोग प्रदीप मेहरा की मदद के लिए आगे आए हैं.
यूपी के गौतमबुद्धनगर जिले के डीएम सुहास एलवाई ने मंगलवार, 22 मार्च को प्रदीप और उनके बड़े भाई से मुलाकात की. उन्होंने प्रदीप को करियर से लेकर मां के इलाज में मदद का आश्वासन दिया. डीएम सुहास एलवाई खुद भी पैरालंपिक पदक विजेता हैं. उन्होंने पिछले साल टोक्यो पैरालंपिक में बैडमिंटन सिगल्स में सिल्वर मेडल जीता था.
आजतक से जुड़े मनीष चौरसिया के मुताबिक, प्रदीप मेहरा ने डीएम को बताया कि उनकी मां को टीबी है और उनका दिल्ली में इलाज चल रहा है. इसके बाद डीएम ने प्रदीप से उनकी मां के इलाज के पेपर लिए और कहा कि वो नोएडा के अस्पताल में उनकी रिपोर्ट दिखाएंगे. उन्होंने कहा कि अगर संभव हुआ तो उनकी मां का इलाज यहीं करवाएंगे.
प्रदीप ने डीएम को ये भी बताया कि उनकी कहानी वायरल होने के बाद बहुत सारे इन्सिट्यूट और कॉलेज उनके संपर्क में हैं और अपने यहां फ्री एडमिशन देने के लिए तैयार हैं. इस पर डीएम ने कहा कि वो प्रदीप को बताएंगे कि उन्हें किस कॉलेज में एडमिशन लेना चाहिए. उन्होंने प्रदीप की करियर काउंसलिंग करवाने की बात भी कही है. Pradeep Mehra Noida Dm
गौतमबुद्धनगर डीएम से मिलने के दौरान प्रदीप मेहरा और उनका भाई (फोटो- आज तक)
AAP नेता ने भी दिया भरोसा प्रदीप की मां के इलाज में मदद के लिए आम आदमी पार्टी नेता दिलीप पांडेय ने भरोसा दिया है. इंडिया टुडे से जुड़ीं मिलन शर्मा ने ट्विटर पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को टैग करते हुए लिखा था,
"और कुछ नहीं तो प्रदीप मेहरा की मां का इलाज दिल्ली में मुफ़्त और अच्छा करवा दीजिए… लड़के पर ज़िम्मेदारियों का भार है."
इस पर दिलीप पांडेय ने लिखा कि वे जरूर मदद करेंगे. उत्तराखंड सरकार का आश्वासन प्रदीप की मदद के लिए उत्तराखंड सरकार भी आगे आई है. प्रदीप के मुताबिक, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने फोन कर उनकी मां के इलाज का आश्वासन दिया. वहीं राज्य के सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने ट्वीट कर बताया,
"ट्विटर पर अल्मोड़ा के लड़के प्रदीप मेहरा का वीडियो देखा. वो आत्मनिर्भर, आत्मविश्वासी लड़का काम करने के साथ-साथ सेना में भर्ती होने की तैयारी भी कर रहा है. पता चला कि प्रदीप की मां अस्वस्थ हैं. ये पता चलने के बाद मैंने उनकी मां के इलाज की जिम्मेदारी लेने का आश्वासन दिया."
इससे पहले रिटायर्ड आर्मी अधिकारी लेफ्टिनेंट जनरल सतीश दुआ ने प्रदीप को आर्मी में जाने के लिए मदद का आश्वासन दिया था. उन्होंने ट्विटर पर लिखा,
"उसका जोश काबिल-ए-तारीफ है. और उसकी योग्यता के आधार पर भर्ती परीक्षा पास कराने में मदद के लिए मैंने कुमाऊं रेजिमेंट के कर्नल, ईस्टर्न आर्मी कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल राणा कलिता से बातचीत की है. वे अपनी रेजिमेंट में उसकी भर्ती और ट्रेनिंग के लिए जो भी जरूरी है, वो कर रहे हैं."
फिल्म मेकर विनोद कापड़ी के एक 2.20 मिनट के वीडियो से हजारों लोग प्रदीप की कहानी से रूबरू हुए. उसमें प्रदीप ने बताया था कि वो नोएडा के सेक्टर-16 स्थित मैकडॉनल्ड्स के आउटलेट में काम करते हैं. वे सुबह 8 बजे काम के लिए जाते हैं. उससे पहले वे खाना भी बनाते हैं, इसलिए दौड़ने का समय नहीं मिलता है. प्रदीप के मुताबिक, वो देर रात को शिफ्ट पूरी होने के बाद घर वापस जाते वक़्त नोएडा सेक्टर 16 से लेकर बरोला तक करीब 10 किलोमीटर दौड़ते हैं.
प्रदीप का वीडियो वायरल होने के बाद कई लोग उन्हें प्रेरणा बता रहे हैं. लोग उनकी मेहनत को सलाम कर रहे हैं. तो कई लोग इसे उनकी लाचारी भी बता रहे हैं. बिजनेसमैन आनंद महिंद्रा ने प्रदीप के वीडियो पर कहा कि ये वाकई प्रेरणादायक है. उन्होंने कहा कि फैक्ट ये है कि वो इतने आत्मनिर्भर हैं कि उन्होंने कार में बैठने से भी इन्कार कर दिया. उन्हें किसी मदद की जरूरत नहीं है.