लेकिन ये परमानेंट कमीशन होता क्या है?
सेना में दो तरह के कमीशन होते हैं. शॉर्ट सर्विस (SSC) और परमानेंट (PC). शॉर्ट सर्विस कमीशन में आप सेना में 10 साल तक अपनी सेवाएं दे सकते हैं. जिसे बढ़ा कर मैक्सिमम 14 साल किया जा सकता है. जबकि परमानेंट कमीशन में आप पूरी लाइफ सेना में बने रह सकते हो.ये पक्षपात नया नहीं
बल्कि बहुत पुराना है. पहले तो औरतें सेना में जाती ही नहीं थीं. फिर जाने लगीं. लेकिन केवल शॉर्ट सर्विस कमीशन का हिस्सा होती थीं. जायज सी बात है, ये एक सेक्सिस्ट फैसला था. सेना की औरतों ने कोर्ट में केस किया. तो ऐसा फैसला आया कि कुछ ब्रांच की ऑफिसर्स को ही परमानेंट कमीशन के लिए एलिजिबल माना जाएगा. एयर फ़ोर्स में केवल अकाउंट्स और एजुकेशन ब्रांच की औरतों को परमानेंट कमीशन के लिए एलिजिबल माना जाता है. और पूजा एड्मिनिस्ट्रेटिव ब्रांच से हैं. कमाल की बात है, कुछ दिनों पहले ही हम भावना, मोहना और अवनी के देश की पहली फाइटर पायलट्स बनने पर सीना चौड़ा करके घूम रहे थे. लेकिन उसी एयरफ़ोर्स का ये पहलू, जो औरतों को आजीवन अपनी सेवाएं देने का भी हक नहीं देता है, मायूस करने वाला है.ये भी पढ़ें: मिलिए देश की पहली तीन महिला फाइटर पायलट्स से