G20 समिट के बाद सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ द्विपक्षीय बैठक की. ये बैठक 11 सितंबर को दिल्ली के हैदराबाद हाउस में हुई. बैठक के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत और सऊदी अरब के बीच रणनीतिक साझेदारी क्षेत्रीय स्थिरता के लिए काफी महत्वपूर्ण है. इस दौरान प्रधानमंत्री ने सऊदी अरब को भारत का सबसे महत्वपूर्ण स्ट्रैटेजिक पार्टनर बताया. कहा कि इस बैठक से दोनों देशों के संबंधों को एक नई ऊर्जा और दिशा मिलेगी. सऊदी क्राउन प्रिंस G20 समिट में शामिल होने के अलावा भारत के राजकीय दौरे पर भी आए थे.
G20 समिट के बाद PM मोदी ने प्रिंस सलमान से बात की, सऊदी अरब के लिए क्या कह दिया?
प्रधानमंत्री ने सऊदी अरब को भारत का सबसे महत्वपूर्ण स्ट्रैटेजिक पार्टनर बताया है.

भारत और सऊदी अरब के बीच ये बैठक तब हुई, जब दो दिन पहले G20 समिट में भारत-मिडिल ईस्ट-यूरोप के बीच इकनॉमिक कॉरिडोर का एलान किया गया था. ये भारत-सऊदी अरब स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप काउंसिल (SPC) की पहली लीडर्स मीटिंग भी थी. साल 2019 में सऊदी अरब की यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने इस काउंसिल का एलान किया था. इस काउंसिल का गठन महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के उद्देश्य के लिए किया गया था. इस काउंसिल में दो कमिटी हैं- एक राजनीतिक-सुरक्षा-सामाजिक और सांस्कृतिक सहयोग पर, और दूसरी अर्थव्यवस्था और निवेश पर. इससे पहले सितंबर 2022 में दोनों कमिटी की मंत्री स्तर की बैठक हुई थी.
किन मुद्दों पर बातचीत हुई?मोहम्मद बिन सलमान का भारत में ये दूसरा राजकीय दौरा है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने एक्स (पहले ट्विटर) पर बताया कि ऊर्जा सुरक्षा, व्यापार और निवेश, रक्षा और सुरक्षा, स्वास्थ्य, खाद्य सुरक्षा सहित कई क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के लिए दोनों नेताओं ने बातचीत की.
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द्विपक्षीय बैठक के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि बदलते समय की जरूरतों के अनुसार हम दोनों देशों के संबंधों में नए और आधुनिक आयाम जोड़ रहे हैं. उन्होंने प्रेस ब्रीफिंग में बताया,
"विश्व की दो बड़ी और तेज गति से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्थाओं के रूप में हमारा आपसी सहयोग पूरे क्षेत्र की शांति और स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण है. सऊदी क्राउन प्रिंस के साथ बैठक में हमने हमारी करीबी साझेदारी को अगले स्तर पर ले जाने के लिए कई पहल की पहचान की है."
भारत-मिडिल ईस्ट-यूरोप के बीच इकनॉमिक कॉरिडोर की चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि इस कॉरिडोर से सिर्फ भारत-सऊदी अरब आपस में नहीं जुड़ेगा, बल्कि एशिया, पश्चिम एशिया और यूरोप के बीच आर्थिक सहयोग, उर्जा के विकास और डिजिटल कनेक्टिविटी को बढ़ावा मिलेगा.
वहीं, बैठक के बाद मोहम्मद बिन सलमान ने भी मीडिया को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि भारत और सऊदी अरब के रिश्ते के पूरे इतिहास में कोई असहमति नहीं रही है. सलमान के मुताबिक,
"आज हम भविष्य के अवसरों पर काम कर रहे हैं. मैं भारत को G20 Summit के प्रबंधन और मिडिल ईस्ट, भारत और यूरोप को जोड़ने वाले इकनॉमिक कॉरिडोर सहित कई पहल की उपलब्धियों के लिए बधाई देता हूं.”
इस द्विपक्षीय बैठक में हुई बातचीत के अलावा भारत और सऊदी अरब के बीच व्यापार के बारे में भी जान लीजिये. दोनों देशों के बीच व्यापार साढ़े तीन लाख करोड़ का है. भारत, सऊदी अरब से मुख्य रूप से कच्चे तेल का आयात करता है. इसके अलावा इलेक्ट्रिक मशीनरी, टेक्सटाइल वगैरह भी आयात किये जाते हैं. वहीं भारत चीनी, लोहा, इस्पात, प्लास्टिक, एल्यूमिनियम, तांबा, रेलवे वगैरह के उपकरणों का निर्यात करता है.
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