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भारत से सीजफायर कब तक? पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार ने बड़ा दावा कर दिया

पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार ने कहा कि सीज़फायर जारी है और दोनों देशों की सेनाओं के बीच डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशन्स (DGMO) के जरिए बातचीत भी सही तरीके से चल रही है.

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कह चुके हैं कि ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ है. (India Today)

पाकिस्तान के विदेश मंत्री और उपप्रधानमंत्री इशाक डार ने भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम को स्थायी व्यवस्था बताया है. उन्होंने कहा कि सीज़फायर जारी है और दोनों देशों की सेनाओं के बीच डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशन्स (DGMO) के जरिए बातचीत भी सही तरीके से चल रही है. 

इशाक डार ने साफ कहा,

“संघर्षविराम समझौता जारी है. यह न तो निलंबित हुआ है और न ही यह कोई अस्थायी व्यवस्था है.”

7 मई को भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले कश्मीर में 9 आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया था. इसके बाद पाकिस्तान ने 8, 9 और 10 मई को भारतीय सैन्य ठिकानों पर हमले की कोशिश की. भारतीय सेना ने इसका जोरदार जवाब दिया और पाकिस्तान के सैन्य ठिकानों को काफी नुकसान पहुंचाया.

लग रहा था कि हालात बिगड़ते जा रहे हैं. युद्ध की आशंका जताई जा रही थी. लेकिन 10 मई को दोनों देशों के बीच शांति बहाल करने पर सहमति बन गई. हालांकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर भारतीय सेना के जनरल तक इस बात को कई बार दोहरा चुके हैं कि ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ है. देश के नाम संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि भविष्य का फैसला पाकिस्तान की हरकतों पर निर्भर करता है. 

अब पाकिस्तान खुद यह दावा करने की कोशिश कर रहा है कि 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद हुआ सीज़फायर स्थायी व्यवस्था है.

अंतरराष्ट्रीय जांच की पेशकश

इशाक डार ने कहा है कि पाकिस्तान ने पहलगाम घटना की अंतरराष्ट्रीय जांच की पेशकश की थी, जिसे भारत ने ठुकरा दिया. उन्होंने हवा में गांठ बांधते हुए कहा कि पाकिस्तान ने अब तक अधिकतम संयम दिखाया है और कोई उकसावे वाली कार्रवाई नहीं की है. जब उनसे भारत और पाकिस्तान के बीच वार्ता की जगह को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि यह दोनों देशों की आपसी सहमति से तय होगा.

इशाक डार ने अपने तीन दिवसीय चीन दौरे को बेहद सफल बताया. वहां उन्होंने पाकिस्तान, चीन और अफगानिस्तान के विदेश मंत्रियों की त्रिपक्षीय बैठक में हिस्सा लिया. इस बैठक में आतंकवाद, अफगान शरणार्थी, व्यापार और क्षेत्रीय हालात पर चर्चा हुई.

डार ने कहा कि चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (CPEC) को अब अफगानिस्तान तक बढ़ाया जाएगा. पेशावर से काबुल तक हाईवे भी बनाया जाएगा, जिससे ग्वादर पोर्ट का बेहतर इस्तेमाल होगा. डार ने यह भी दावा किया कि तीनों देशों ने इस बात पर सहमति जताई कि किसी भी देश की जमीन को दूसरे देश के खिलाफ आतंकवाद के लिए इस्तेमाल नहीं होने दिया जाएगा, चाहे वह TTP, BLA या कोई और संगठन हो.

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