हिंदी फिल्मों के दीवाने उन देशों में भी हैं, जहां हिंदी नहीं बोली जाती है. पर पाकिस्तान में एक दिग्गज एक्टर हैं जो जमकर बॉलीवुड कलाकारों को कोसते और गरियाते हैं. नाम है शान शाहिद. यूं समझिए कि वहां के सलमान खान हैं और सिनेमाई टेलेंट से लबरेज भी हैं. फिल्में की हैं 500 से ज्यादा. 17 साल की उमरिया में पहली पिच्चर 'बुलंदी' की थी. पाकिस्तानी अवाम देखकर बोली, 'ओह माई गॉड, वॉट एन एक्टर.' तो बात दरअसल ये है कि शान शाहिद को कतई पसंद नहीं कि कोई पाकिस्तानी एक्टर भारत आकर बॉलीवुड फिल्मों में काम करें. उनका कहना है कि इंडियन फिल्मों में होता है टेलेंट वेस्ट. 5 बार बेस्ट एक्टर का 'निगार अवॉर्ड' जीतने वाले शान शाहिद कहते हैं, पाकिस्तानी कलाकार अपनी प्रतिभा को इंडिया में वेस्ट कर रहे हैं. ऐसे एक्टर्स को मुल्क के सिनेमा के लिए जान लगानी चाहिए न कि बॉलीवुड के लिए. पाकिस्तानी एक्टर्स का बॉलीवुड के लिए काम करना शर्मनाक बात है. बॉलीवुड फिल्मों में काम 'बिलो एवरेज' यानी कुछ घटिया होता है.' शान शाहिद का कहर सबसे ज्यादा टूटता है 'मेरे ब्रदर की दुल्हन' फेम पाकिस्तानी-बॉलीवुड कलाकार अली जफर. जफर बॉलीवुड में गाते, बजाते और एक्टिंग करते हैं, पसंद भी किए जाते हैं. 'तेरे बिन लादेन' फिल्म से उन्होंने पहचान हासिल की थी. जिन शाहरुख खान को देखकर पाकिस्तानी लड़कियां Awwww कहती नहीं थकतीं, शान शाहिद उन्हें मामूली कलाकार मानते हैं.
'शाहरुख साड्डी शादियों और प्रोग्राम्स विच ठुमकदा है, छैयां-छैयां करदा है पर भारत-पाकिस्तान की 'भसड़' खत्म करने के लिए कुछ नहीं करता. हालांकि लगे हाथ उम्मीद भरे दांत चियारते हुए शान शाहिद कहते हैं- 'अली जफर, रितिक और शाहरुख, तीनों अगर एक बॉलीवुड फिल्म में लीड रोल करें, तो मैं मानूं.'
शान शाहिद का गुस्सा हाल ही में हमारे छोटे नवाब सैफ अली खान को भी झेलना पड़ा. अगस्त 2015 में 'फैंटम' पर जब पाकिस्तान ने बैन लगाया था तो हमारे सैफू बाबा झल्ला गए. वह बोले कि पहले 'एजेंट विनोद' और अब 'फैंटम' पर बैन लगा दिया. सैफ यहां तक कह गए कि उन्हें पाकिस्तान पर यकीन नहीं रहा. सुनना इतना था कि शान शाहिद के नथुने फूल गए और बोले कि चार फ्लॉप पिच्चर लगातार देने की खिसियाहट आप हम पर निकाल रहे हो. जीतना है तो अपने टेलेंट से जीतो. करीना मैडम के हबी को लताड़ते हुए शान शाहिद ने बिना नाम लिए हमारे 'राष्ट्र चीफ' पर भी विवादास्पद टिप्पणी कर दी.
फेसबुक पर उन्होंने सैफ को संबोधित करते हुए लिखा, 'तुमको विलेन ढूंढने के लिए पाकिस्तान आने की जरूरत नहीं है. तुम्हारे यहां खुद विलेन अब मौजूद हैं प्रोटोकॉल फैसेलिटी के साथ.' यहां 'अब' का इस्तेमाल गौर करने लायक है.