पाकिस्तान (Pakistan) के कराची (Karachi) में ईशनिंदा (Blasphemy) के आरोपों के बीच सैमसंग ने माफी मांगी है. आरोप है कि सैमसंग (Samsung) के एक वाईफाई डिवाइस पर पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की गई. ये वाईफाई डिवाइस स्टार सिटी मॉल के अंदर लगा हुआ था. इसके बाद मॉल के बाहर सैमसंग के खिलाफ प्रदर्शन शुरू हो गए. आनन फानन में पुलिस ने कंपनी के 27 कर्मचारियों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है. वहीं कंपनी ने माफी मांगते हुए कहा है कि वो इस्लाम का सम्मान करती है. पूरा घटनाक्रम एक जुलाई का है.
पाकिस्तान: ईशनिंदा का आरोप लगा सैमसंग के खिलाफ प्रदर्शन, लगे 'सिर तन से जुदा' के नारे
पुलिस ने सैमसंग के 27 कर्मचारियों को हिरासत में लिया है. कंपनी ने इस्लाम धर्म का सम्मान करने की बात कही है.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बीते दिन कराची के स्टार सिटी मॉल में सैमसंग कंपनी के एक वाईफाई डिवाइस' पर कथित तौर पर ईशनिंदा (Blasphemy case) करने वाले कमेंट किए गए. इससे लोग नाराज हो गए और मॉल के बाहर बड़ी संख्या में प्रदर्शन शुरू कर दिया. इस दौरान लोगों सैमसंग के होर्डिंग्स को तोड़ दिया और वहां मौजूद भीड़ ने 'सर तन से जुदा' के नारे भी लगाए. पाकिस्तानी पत्रकार नैला इनायत ने इससे जुड़ा एक वीडियो शेयर किया है. जिसमें भीड़ एक नारा लगा रही है,
“गुस्ताख -ए-रसूल की एक ही सजा, सिर तन से जुदा”
बढ़ते विरोध प्रदर्शन को देखते हुए सैमसंग पाकिस्तान ने ट्विटर पर एक प्रेस रिलीज जारी कर माफी मांगी है. कंपनी का दावा है कि उन्होंने धार्मिक भावनाओं के संबंध में तटस्थता बनाए रखी है. कंपनी ने अपने बयान में कहा,
“सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स अपने दृढ़ रुख को दोहरा रहा है कि वो धार्मिक महत्व के सभी मामलों पर निष्पक्षता बनाए रखने की कोशिश करता है. कराची में हाल के घटनाक्रम के संदर्भ में भी सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स अपने रुख पर कायम है कि कंपनी सभी धार्मिक भावनाओं तथा विश्वासों का काफी सम्मान करती है और इस्लाम धर्म का काफी सम्मान करती है.”
कंपनी का ये भी कहना है कि इस मामले की आंतरिक जांच की जा रही है.
भारी विरोध प्रदर्शन की सूचना मिलते ही पुलिस हरकत में आई और कंपनी के सभी उपकरणों बंद करा दिया. साथ ही उस डिवाइस को भी जब्त कर लिया, जिससे विवादित टिप्पणी की गई थी. पुलिस के बयान के अनुसार, मामले की गंभीरता को समझते हुए, पुलिस ने सैमसंग ऑफिस के 27 लोगों को हिरासत में लिया गया है और पूछताछ की जा रही है. वहीं एक दावा ये भी किया जा रहा है सारा विवाद एक मोबाइल क्यूआर कोड से जुड़ा है. कथित तौर पर इस क्यूआर कोड में पैगंबर का अपमान किया गया है. हालांकि पुलिस इसकी जांच कर रही है कि विवाद का कारण क्या है.
वहीं एक पुलिस अधिकारी का कहना है कि पूरे मामले में पुलिस पाकिस्तान की केंद्रीय जांच एजेंसी के साइबर क्राइम विंग के साथ मिलकर काम कर रही है, ताकि इस बात पता लगाया जा सके कि इन डिवाइस को वहां किसने लगाया था. दरअसल, पाकिस्तान में ईशनिंदा एक बेहद संवेदनशील मुद्दा माना जाता है. पाकिस्तान में ईशनिंदा से जुड़े काफी सख्त कानून भी हैं. पिछले साल, एक कारखाने के कर्मचारियों ने ईशनिंदा के आरोप में एक श्रीलंकाई कर्मचारी की पीट-पीट कर हत्या कर दी थी. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पाकिस्तान में ईशनिंदा कानून का दुरुपयोग भी बहुत होता है.
वीडियो: पैगंबर मोहम्मद पर टिप्पणी के विरोध में जामा मस्जिद के बाहर भारी प्रदर्शन.