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इमरान खान की सरकार का काम तमाम? सहयोगी जाकर विरोधियों से मिल गए!

अब पाकिस्तान में क्या होने जा रहा है?

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पाकिस्तान के PM इमरान खान को सहयोगी दल MQM ने झटका दे दिया है. (फोटो सोर्स- आज तक)
इमरान खान (Imran Khan) और उनकी तहरीक-ए-इंसाफ़ पार्टी (Pakistan Tehreek-e-Insaf) को उसके मुख्य सहयोगी दल मुत्तहिदा कौमी मूवमेंट (MQM) से करारा झटका मिला है. MQM और पाकिस्तान के मुख्य विपक्षी दल पाकिस्तान पीपल्स पार्टी (PPP) के बीच डील हो गई है. जिसके बाद अब इमरान खान की सरकार बहुमत में नहीं है.  PPP प्रमुख बिलावल भुट्टो जरदारी ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है. बता दें कि बीती 28 मार्च को इमरान खान के खिलाफ़ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था. जिस पर कल पाकिस्तान की असेंबली में चर्चा होनी है. लेकिन MQM के अलग होने के बाद चर्चा के पहले ही इमरान की सरकार ने पाकिस्तानी संसद के निचले सदन में अपना बहुमत खो दिया है. बिलावल भुट्टो जरदारी ने ट्वीट करके कहा है,
‘बधाई हो पाकिस्तान! संयुक्त विपक्ष और MQM के बीच सहमति बन गई है. MQM की राबता कमिटी और PPP की केन्द्रीय कार्यकारी समिति इस एग्रीमेंट की पुष्टि करेंगे. जिसके बाद कल हम प्रेस कांफ्रेंस में सारी जानकारी देंगे.’
पाकिस्तान के जियो टीवी के मुताबिक़, पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में विपक्ष के नेता शाहबाज शरीफ, पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (PDM) के मुखिया मौलाना फजलुर रहमान और PPP के आसिफ अली जरदारी ने समझौते के मसौदे पर साइन किए हैं. ये मसौदा कराची के एडमिनिस्ट्रेटर मुर्तजा वहाब ने तैयार किया था. जिसके बाद MQM ने भी विपक्ष में शामिल होने का निर्णय लिया है. MQM के इमरान खान की सत्तारूढ़ पार्टी से अलग होने के निर्णय के बाद अब पाकिस्तान के संयुक्त विपक्ष में 177 सदस्य हो गए हैं. और इमरान के खेमे में अब 164 सदस्य बचे हैं. जबकि इमरान खान के खिलाफ़ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव को सफल बनाने के लिए विपक्ष नेशनल असेंबली में सिर्फ 172 सदस्यों के समर्थन की जरूरत है. बता दें कि पाकिस्तान की नेशनल असेंबली जिसे कौमी असेम्बली कहते हैं, उसमें कुल सदस्यों की संख्या 342 है. और बहुमत के लिए 172 का आंकड़ा जरूरी होता है. इमरान खान की तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के नेतृत्व में गठबंधन को 179 सीटें मिली थीं. जिसके बाद इमरान खान की सरकार बनी थी. लेकिन MQM के गठबंधन से अलग होने के फैसले के बाद अब विपक्ष के पास बहुमत से ज्यादा सदस्यों का समर्थन है. हालांकि इमरान खान ने ये आरोप भी लगाया है कि कुछ लोग विदेशी फंड की मदद से उनकी सरकार गिराने की कोशिश कर रहे हैं. इमरान खान के मंत्री असद उमर ने कहा है कि PM इमरान इस दावे की पुष्टि के लिए पाकिस्तान के मुख्य न्यायाधीश उमर अता बंदियाल को एक पत्र दिखाने को तैयार हैं. इमरान खान ने अपनी एक रैली के दौरान भी कहा था,
पाकिस्तान में सरकार बदलने की कोशिशें की जा रही हैं. हमारे लोगों का इस्तेमाल हो रहा है. कुछ लोग हमारे खिलाफ़ पैसे का इस्तेमाल कर रहे हैं, हमें पता है कि हम पर कहां से दबाव डाला जा रहा है. हमें लिखित में धमकाने की कोशिश की गई है. लेकिन देश के हित में हम कोई समझौता नहीं करेंगे.'