The Lallantop

नेसकैफे-किटकैट बनाने वाली कंपनी ने CEO को निकाल दिया, जूनियर संग रिश्ता बना मुसीबत

Laurent Freixe को Nestle CEO के पद से हटाए जाने के बाद कंपनी ने उनकी जगह तत्काल प्रभाव से Philipp Navratil को नया चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर नियुक्त किया है.

Advertisement
post-main-image
चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर के तौर पर लॉरेंट फ्रेइक्स ने कंपनी को मंदी के दौरान भी बखूबी संभाला (PHOTO-Nestle)

स्विट्जरलैंड की दिग्गज कंपनी नेस्ले (Nestle CEO Fired) ने 1 सितंबर को अपने चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर लॉरेंट फ्रेइक्स (Laurent Freixe) को पद से हटा दिया है. ये कार्रवाई तब हुई जब लॉरेंट और उनकी एक जूनियर कर्मचारी के बीच रोमांटिक रिलेशनशिप की बात सामने आई. नेस्ले वही कंपनी है जो नेसकैफे कॉफी (Nescafe) और किटकैट चॉकलेट (Kitkat) जैसे मशहूर प्रोडक्ट्स बनाती है. ये प्रोडक्ट्स भारत में भी खूब पसंद किए जाते हैं.

Add Lallantop as a Trusted Sourcegoogle-icon
Advertisement

एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार लॉरेंट को एक जांच के बाद पद से हटाया गया है. उन्हें पद से हटाए जाने के बाद कंपनी ने उनकी जगह तत्काल प्रभाव से फिलिप नवरातिल को नया चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर नियुक्त किया है. इस मामले पर नेस्ले की ओर से जारी एक बयान में कहा गया

लॉरेंट फ्रेइक्स को हटाने की कार्रवाई एक डायरेक्ट जूनियर के साथ उनके ‘अघोषित’ रोमांटिक संबंधों की जांच के बाद हुई है. उन्होंने ऐसा कर के नेस्ले कंपनी की व्यावसायिक आचार संहिता का उल्लंघन किया था.

Advertisement

कंपनी के बोर्ड की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि इस मामले की जांच चेयरमैन पॉल बकल और लीड इंडिपेंडेंट डायरेक्टर पाबलो इस्ला की देखरेख में की गई. इस जांच में बाहरी काउंसलिंग की मदद भी ली गई. इस मामले पर जानकारी देते हुए चेयरमैन पॉल बकल ने बताया

यह एक जरूरी फैसला था. नेस्ले के मूल्य और प्रशासन ही हमारी कंपनी की मजबूत नींव हैं. मैं लॉरेंट को उनकी इतने सालों की सेवा के लिए धन्यवाद देता हूं.

1986 से नेस्ले में थे लॉरेंट फ्रेइक्स

नेस्ले कंपनी के भीतर फ्रेइक्स की गिनती दिग्गज लोगों में होती थी. उन्होंने 1986 में फ्रांस में नेस्ले जॉइन की थी. 2014 तक उन्होंने यूरोप में कंपनी के सारे ऑपरेशंस संभाले. फिर आया साल 2007-08. पूरी दुनिया मंदी की चपेट में जा रही थी और इसकी शुरुआत हुई अमेरिका के सबप्राइम संकट से. सबप्राइम गिरवी रखने की पॉलिसी और अनियमित बिक्री से शुरू हुई इस आर्थिक मंदी ने मार्केट पर बुरा असर डाला. इसके कारण परिवारों पर लोन का बोझ बढ़ गया. नतीजा ये हुआ कि अमेरिका में बड़े पैमाने पर मकान जब्त कर लिए गए और इसका असर पूरी दुनिया खासकर यूरोप पर पड़ा. 2009 से यूरोप में यूरो-जोन लोन संकट शुरू हुआ. ये यूरो क्षेत्र में आर्थिक अनिश्चितता का दौर था, जो पब्लिक लोन के उच्च स्तर के कारण शुरू हुआ था, विशेष रूप से उन देशों में जिन्हें "PIIGS" (पुर्तगाल, आयरलैंड, इटली, ग्रीस और स्पेन) कहा जाता था. लेकिन इस दौरान भी लॉरेंट फ्रेइक्स ने कंपनी को बखूबी संभाला. लेकिन उनके रिलेशनशिप की वजह से नेस्ले में उनका करियर समाप्त हो गया.

Advertisement

वीडियो: Coldplay कॉन्सर्ट का जो वीडिया वायरल हुआ, उसमें दिखे CEO-HR को क्या सजा मिली?

Advertisement