वोटर लिस्ट का मुद्दा बिहार से निकल कर उत्तर प्रदेश पहुंच गया है. देश के सबसे बड़े राज्य में पंचायत चुनाव की तैयारियां जोरों पर चल रही हैं. ऐसे में भारतीय चुनाव आयोग (ECI) वोटर लिस्ट की जांच-पड़ताल में जुटा है. इस दौरान उत्तर प्रदेश की वोटर लिस्ट में बड़ी गड़बड़ी का पता चला है. चुनाव आयोग की तफ्तीश में 1 करोड़ से ज्यादा संदिग्ध मतदाताओं का पता चला है.
यूपी पंचायत चुनाव: EC ने AI से वोटर लिस्ट चेक की, '1 करोड़ वोटर्स संदिग्ध' निकले
Uttar Pradesh की Voter List की जांच-पड़ताल की गई, तो पता चला कि 1 करोड़ से ज्यादा मतदाता संदिग्ध हैं. वोटरों का इतनी बड़ी संख्या में संदिग्ध होने का मामला तब आया, जब राज्य में पंचायत चुनाव की तैयारियां चल रही हैं.


इंडिया टुडे से जुड़े आशीष श्रीवास्तव की रिपोर्ट के मुताबिक, आधिकारिक सूत्रों के हवाले से बताया गया कि संदिग्ध मतदाताओं के नामों, जाति, पते, लिंग और उम्र में बहुत सारी समानताएं मिली हैं, जिससे उनके असली मतदाता होने पर सवाल उठ रहे हैं.
यह पहली बार है जब उत्तर प्रदेश में वोटर लिस्ट की जांच के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का इस्तेमाल किया गया. AI ने डेटा में संदिग्ध पैटर्न को पहचाना, जिसके बाद अधिकारियों ने आगे जांच शुरू कर दी. अब बूथ लेवल ऑफिसर्स (BLO) को निर्देश दिया गया है कि वे घर-घर जाकर मतदाताओं की पहचान करें और फर्जी नाम हटाएं.
राज्य चुनाव आयुक्त राज प्रताप सिंह ने पुष्टि की है कि चुनावी प्रक्रिया में फेस रिकग्निशन सिस्टम और AI टेक्नोलॉजी की अहम भूमिका होगी. उन्होंने कहा,
"फर्जी मतदाताओं का पता लगाने के लिए एक AI बेस्ड सिस्टम का इस्तेमाल किया जाएगा, खासकर संवेदनशील बूथों पर."
जिलाधिकारियों को भी कहा गया है कि वे संदिग्ध नामों का फिजिकल वेरिफिकेशन करवाएं. अगर कोई फर्जी नामों की शिकायत करता है तो उसकी भी पूरी जांच होगी. चुनाव आयोग ने जोर दिया कि ये कदम स्वतंत्र, निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव कराने के लिए जरूरी हैं.
यह मामला तब सामने आया है जब कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी 2024 आम चुनाव की वोटर लिस्ट में गड़बड़ी के आरोप लगा रहे हैं. राहुल गांधी और अन्य विपक्षी नेताओं ने हाल ही में बिहार में 'वोटर अधिकार यात्रा' भी पूरी की है.
वीडियो: SIR Bihar पर सुप्रीम कोर्ट ने नियुक्त किए पैरा-लीगल वॉलंटियर्स