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गुरुग्राम में 'चालान' के नाम पर जापानी टूरिस्ट से उगाही, वीडियो वायरल, 3 पुलिसकर्मी सस्पेंड

गुरुग्राम ट्रैफिक पुलिस के तीन कर्मचारियों पर रिश्वत लेने का आरोप लगा है. मामला जापानी टूरिस्ट से जुड़ा है. उसने हाल ही में इंस्टाग्राम पर एक वीडियो पोस्ट किया. वीडियो में दिख रहा है कि ट्रैफिक पुलिस ने उसे बिना हेलमेट दुपहिया पर सवार देख रोका और 1000 रुपये का ‘फाइन’ वसूला. लेकिन रसीद नहीं दी.

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जापानी टूरिस्ट से ट्रैफिक पुलिस ने वसूले एक हजार रुपये. (तस्वीर-इंस्टाग्राम)

भारत में ट्रैफिक रूल तोड़ना उतना ही कॉमन है जितना ठेले वाले से "भैया, थोड़ा हरा मिर्चा फ्री डाल देना" कहना. हेलमेट से ज्यादा लोग सिर पर बहाने पहनकर घूमते हैं. पुलिस दिख जाए तो एक्सीलेटर ऐसे दबाते हैं, जैसे पीछे CBI लगी हो. और अगर पकड़े जाएं तो चालान से बचने के लिए कुछ ना कुछ जुगाड़ निकाल ही लेते हैं. लेकिन ऐसे ‘गुरु घंटालों’ में कुछ पुलिसकर्मी भी शामिल होते हैं. गुरुग्राम में इसकी मिसाल देखने को मिली. यहां कुछ ट्रैफिक पुलिसकर्मियों ने चालान को ‘सीधे जेब में डाल लो’ स्कीम में बदल दिया. शिकार बना एक जापानी टूरिस्ट.

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दरअसल गुरुग्राम ट्रैफिक पुलिस के तीन कर्मचारियों पर रिश्वत लेने का आरोप लगा है. मामला जापानी टूरिस्ट से जुड़ा है. उसने हाल ही में इंस्टाग्राम पर एक वीडियो पोस्ट किया. वीडियो में दिख रहा है कि ट्रैफिक पुलिस ने उसे बिना हेलमेट दुपहिया पर सवार देख रोका और 1000 रुपये का ‘फाइन’ वसूला. लेकिन रसीद नहीं दी.

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जापानी टूरिस्ट का नाम काइ-तो है. इंस्टाग्राम बायो से पता चलता है कि वो इन दिनों भारत में रह रहे हैं. व्लॉग और स्ट्रीट फोटोग्राफी करते हैं. सोमवार, 1 सितंबर को काइ-तो ने वीडियो डाला. कैप्शन लिखा– “POV: you got stopped by police in India cos you don't look like an Indian.” मतलब- भारत में पुलिस ने आपको इसलिए रोक लेती है क्योंकि आप भारतीय जैसे नहीं दिखते. 

पोस्ट में काइ-तो ने कहीं भी र‍िश्वत का जि‍क्र नहीं क‍िया. क्योंक‍ि उन्हें पता ही नहीं चला क‍ि उनसे र‍िश्वत ली गई है. वीडियो में काइ-तो एक महिला साथी के साथ स्कूटर पर बैठे थे. गैलेरिया मार्केट के पास ट्रैफिक पुलिस ने उन्हें रोका. वजह, काइ-तो ने हेलमेट नहीं पहना था. पुलिसवालों ने पहले स्कूटर के पेपर मांगे. जो डिजिटल डॉक्यूमेंट थे, दिखा दिए गए. लेकिन काइ-तो ने हेलमेट नहीं पहना था. इसलिए कांस्टेबल ने अपनी टूटी-फूटी अंग्रेजी में ये फाइन भरने के दो ऑप्शन के बारे में भी बताया.

पहला ऑप्शन- ऑन स्पॉट भरने का था. दूसरा ऑप्शन- कोर्ट में जाकर फाइन भरने का द‍िया. इस दौरान पीछे बैठे काइ-तो ने वीज़ा कार्ड से पेमेंट करने की बात कही, तो ट्रैफिक पुलिसवाले ने इनकार कर दिया. इसके बाद काइ-तो ने 500ृ500 रुपये के दो नोट पुलिसकर्मी को थमाए. बस, खेल यहीं हुआ. पुलिसवाले ने 'फाइन' के पैसे ल‍िए, लेक‍िन रसीद नहीं दी और निकल गया.

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बाद में काइ-तो का ये वीडियो वायरल हो गया. एक यूजर ने सोशल मीड‍िया प्लेटफॉर्म एक्स पर गुरुग्राम पुल‍िस को टैग करते हुए ल‍िखा- “गुरुग्राम पुलिस जापानी पर्यटक से रिश्वत ले रही है. 1 हजार रुपये बिना रसीद दिए वसूल लिए. ऐसे लोग देश की छवि खराब कर रहे हैं. क्या इनकी तनख़्वाह इतनी कम है कि इन्हें भ्रष्टाचार करना ज़रूरी लगने लगा?”

गुरुग्राम ट्रैफिक पुल‍िस ने इस पर संज्ञान ल‍िया. डीसीपी ट्रैफ‍िक राजेश मोहन ने वीड‍ियो की जांच कराई और जोनल ऑफिसर सब-इंस्पेक्टर करण सिंह और कांस्टेबल शुभम को निलंबित कर दिया. जबक‍ि होमगार्ड भूपेंद्र को बर्खास्त कर दिया. 

ट्रैफिक डीसीपी राजेश मोहन ने कहा, “जब तक चालान मशीन खराब न हो तो तब तक कोई भी नकद नहीं ले सकता. हमें ये वीडियो सोमवार को मिला, जिसके बाद तुरंत कार्रवाई की गई. गुरुग्राम पुलिस का भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस है.”

इसके साथ ही अधिकारी ने लोगों से अपील की है कि अगर वे पुलिसकर्मियों को रिश्वत लेते या भ्रष्टाचार का कोई मामला देखें तो उसकी जानकारी तुरंत 9999981800 पर शेयर करें ताकि दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जा सके.

वीडियो: धर्मशाला के McLeodganj में इजरायली टूरिस्ट, Triund Trek पर गया था

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