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"मुसलमान का खून हिंदू को नहीं दे सकते", सरकारी अस्पताल का ये वीडियो परेशान कर देगा

मध्यप्रदेश के पन्ना में जिला अस्पताल के मेडिकल स्टाफ ने कहा कि हिंदू को मुस्लिम का ब्लड नहीं चढ़ाया जा सकता. वीडियो वायरल हो गया.

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पन्ना के सरकारी अस्पताल की घटना है.

सुरेश सोनकर अपनी मां को लेकर अस्पताल गए थे. डॉक्टर ने बताया कि मरीज के शरीर में खून की कमी है, खून चढ़ाना पड़ेगा. सुरेश को ब्लड देने वाला कोई मिल ही नहीं रहा था. उन्होंने चार-पांच दिन दोस्त-रिश्तेदारों की मदद से एक शख्स को खोजा. वो खून देने के लिए उसे अस्पताल लेकर आते  हैं. लेकिन अस्पताल में मेडिकल स्टाफ खून लेने से ही इनकार कर देते हैं. जब सुरेश ने पूछा कि आप इनका खून क्यों नहीं ले रहे हैं तो जवाब मिला- “ये मुसलमान है, इसलिए.”

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ये 'कहानी' है मध्यप्रदेश के पन्ना के जिला अस्पताल की. जहां मेडिकल स्टाफ रविकांत शर्मा ने कथित तौर पर धर्म पूछकर ये तय कर दिया कि कौन खून डोनेट कर सकता है और कौन नहीं. आजतक के दिलीप शर्मा की रिपोर्ट के मुताबिक पन्ना के जिला अस्पताल की ये घटना इस साल 22 जून की है. लेकिन इस घटना से जुड़ा 46 सेकेंड का एक वीडियो अब वायरल हो रहा है. वीडियो में क्या बातचीत हुई पहले वो देख लीजिए.

सुरेश: किस ने कहा है, इनका खून नहीं चढ़ेगा?

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मेडिकल स्टाफ: हां-हां, हमने कहा है, वो है हिंदू, ये मुसलमान.

सुरेश: उससे क्या प्रॉब्लम है?

मेडिकल स्टाफ: प्रॉब्लम है ना, डोनर आते यहां पर हम लोगों की नौकरी का चक्कर होता है.

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सुरेश: लिखकर दे दीजिए कि किसी भी मुस्लिम का खून हिंदू को नहीं चढ़ेगा.

मेडिकल स्टाफ: नहीं मुस्लिम-हिंदू की बात नहीं, डोनर वाली बात है.

डोनर वाली कौन सी बात रविकांत शर्मा समझाना चाह रहे थे, ये तो वही जानें. लेकिन अंत में उन्हें मुस्लिम शख्स का खून लेना ही पड़ा. इस पूरे मामले पर सुरेश बताते हैं,

"डॉक्टर ने बताया था कि मां को किडनी में इंफेक्शन है और ब्लड की कमी है. पहले तो ब्लड ही नहीं मिल रहा था. फिर हम एक लोग को लेकर गए तो कहते कि ये मुसलमान हैं, हिंदू में इनका ब्लड नहीं चढ़ेगा. ये कहकर हमको वहां से भगा दिया. हम फिर थोड़ी देर बाद गए, दोबारा कहा तब ब्लड लिया उन्होंने."

घटना का वीडियो सार्वजनिक होने के बाद अस्पताल प्रशासन इस मसले पर सफाई देता फिर रहा है. अस्पताल के सिविल सर्जन आलोक गुप्ता का कहना इस मामले में हिंदू-मुस्लिम जैसी कोई बात ही नहीं है. उन्होंने कहा,

"ब्लड लेने वाली व्यक्ति ने बताया था कि ये मेरा भाई (सुरेश सोनकर) है. उसका (ब्लड देने वाले का) नाम मुस्लिम था तो सिर्फ यह पूछा गया था कि एक मुसलमान है और दूसरा हिंदू है तो भाई कैसे बता रहे हो. कई बार पेशेवर ब्लड डोनेटर को रोकने के लिए हम लोग तहकीकात करते हैं."

वायरल वीडियो, सुरेश सोनकर के बयान से डॉ. गुप्ता की सफाई मेल खाती नहीं दिखती. बहरहाल, डॉ. गुप्ता का कहना है कि आरोपी मेडिकल स्टाफ को नोटिस देकर जानकारी ली जाएगी और उसके बाद कोई कार्रवाई की जाएगी.

वीडियो: पन्ना के जिलाधिकारी संजय कुमार मिश्र के वीडियो पर एमपी में क्यों बवाल?

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