मध्य प्रदेश सरकार ने चाइनीज मांझा बेचने के आरोप में दो व्यापारियों के घरों को बुलडोजर से गिरा दिया. मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने खुद इसकी पुष्टि की है. मध्य प्रदेश सरकार ने चाइनीज मांझे के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगाया हुआ है. उज्जैन पुलिस ने मोहम्मद इकबाल और हितेश भोजवानी नाम के दो व्यापारियों पर ये कार्रवाई की है. हाल में नरोत्तम मिश्रा ने चेतावनी दी थी कि चाइनीज मांझा बेचने वालों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत कार्रवाई हो सकती है.
चाइनीज मांझा बेचते पकड़े गए, प्रशासन ने घर को बुलडोजर से गिरा दिया
नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि चाइनीज मांझा बेचने पर NSA के तहत कार्रवाई हो सकती है.

उज्जैन पुलिस चाइनीज मांझे पर रोक के लिए ड्रोन से निगरानी रख रही है. प्रशासन ने जांच के बाद दोनों व्यापारियों को चाइनीज मांझा बेचने का आरोपी पाया. दोनों के घर चाइनीज मांझे के कई बंडल मिले थे. मोहम्मद इकबाल के घर को 4 जनवरी को गिराया गया, वहीं हितेश भोजवानी के घर पर अगले दिन कार्रवाई हुई. सिटी एसपी विनोद मीणा ने समाचार एजेंसी ANI से कहा कि उज्जैन में चाइनीज मांझे की खरीद, बिक्री और इस्तेमाल पर पूरी तरह बैन है. 2 व्यापारियों को चाइनीज मांझा बेचते हुए रंगेहाथ पकड़ा गया. प्रशासन ने दोनों व्यापारियों के घरों को गिरा दिया.
नरोत्तम मिश्रा ने भी चाइनीज मांझा बेचने पर घर गिराने की बात कही है. हालांकि कानून में ऐसा कोई प्रावधान नहीं है कि ऐसे अपराध में किसी का घर गिराया जाए. प्रशासन का दावा है कि दोनों व्यापारियों के घर के कुछ हिस्से का निर्माण अवैध था.
समाचार एजेंसी ANI की खबर के मुताबिक, पुलिस ने बताया कि चाइनीज मांझा बेचने वालों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. ऐसे लोगों के खिलाफ लगातार कार्रवाई हो रही है. उज्जैन के एसपी सत्येंद्र कुमार शुक्ला ने ANI से कहा,
"चाइनीज मांझा बेचने वालों के घरों को गिराया गया है. हम कार्रवाई जारी रखेंगे. उज्जैन में गला कटने से एक लड़की की मौत हो गई. इस साल चाइनीज मांझे से कटने की कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं."
चाइनीज मांझे में पतंग की रस्सी में शीशे के टुकड़ों को पिघलाकर लगाया जाता है. ताकि दूसरी की पतंग को आसानी से काटा जा सके. लेकिन ये 'साइंस' काफी जानलेवा है. कई लोगों की इससे मौत हो चुकी है.
5 जनवरी को नरोत्तम मिश्रा ने कहा था कि उज्जैन में चाइनीज मांझा बेचने वालों के खिलाफ कितनी कठोर कार्रवाई हुई है यह सबने देखा है. उनके मकान तक जमींदोज कर दिए गए. यह कार्रवाई का एक हिस्सा था. उन्होंने कहा था कि मकर संक्रांति से पहले पतंग व्यापारियों को चेतावनी दे रहा हूं कि चाइनीज मांझा बेचने की सोचे भी नहीं, ऐसी कार्रवाई होगी कि नजीर बनेगी.
पिछले साल भी उज्जैन प्रशासन ने तीन व्यापारियों के घरों को "अवैध" बताकर गिरा दिया था. इस कार्रवाई से कुछ दिन पहले सभी के खिलाफ चाइनीज मांझा बेचने को लेकर केस दर्ज हुआ था. पिछली जनवरी में, चाइनीज मांझे से उज्जैन के माधवनगर में एक 20 साल की लड़की की मौत हो गई थी.
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