The Lallantop

मध्य प्रदेश: जज को बर्थडे विश करने पर इस वकील को जेल क्यों भेज दिया गया?

वकील 9 फरवरी से जेल में है.

Advertisement
post-main-image
(सांकेतिक तस्वीर)
मध्य प्रदेश के रतलाम में एक वकील, जज को जन्मदिन की बधाई देने के बाद जेल पहुंच गया. आरोप है कि उसने 'अभद्र संदेश' जज को भेजा था. वकील ने बीती 28 जनवरी को ज्युडिशियल मजिस्ट्रेट फर्स्ट क्लास (JMFC) को बर्थडे विश किया था. पहले सुबह 1.11 बजे बधाई दी. बाद में ग्रीटिंग कार्ड स्पीड पोस्ट भी किया. बाद में वकील के खिलाफ कई आरोपों के तहत मामला दर्ज किया गया. इनमें आईटी एक्ट की धाराएं भी शामिल हैं. वकील का नाम विजय सिंह यादव बताया गया है. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक़, विजय के खिलाफ दर्ज एफआईआर में कहा गया है कि उन्होंने बिना JMFC की इजाज़त के बिना उनके फेसबुक पेज से प्रोफाइल फोटो डाउनलोड की और उसे 'अभद्र संदेश' के साथ भेजा. रतलाम डिस्ट्रिक्ट कोर्ट के सिस्टम ऑफिसर महेंद्र सिंह चौहान की शिकायत के बाद 8 फ़रवरी को वकील के खिलाफ मामला दर्ज़ किया गया था. शिकायत में विजय पर कई आरोप लगे हैं. इनमें धोखाधड़ी, जालसाजी और साख को नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से की गई जालसाजी जैसे आरोप शामिल हैं. शिकायत में कहा गया है कि मेल के अलावा विजय ने कथित तौर पर कोर्ट के कामकाज के दौरान स्पीड पोस्ट के जरिए भी JMFC को ग्रीटिंग कार्ड भेजा. अखबार से बातचीत में विजय के भाई जय ने कहा कि उन्हें उनके घर से गिरफ़्तार किया गया था. जय के मुताबिक, विजय खुद ही मामले की पैरवी कर रहे हैं. उन्होंने यह भी बताया कि गिरफ़्तारी के चार दिन बाद 13 फ़रवरी को निचली अदालत ने विजय की जमानत याचिका खारिज कर दी थी. इसके बाद उनके परिवार ने जमानत के लिए मध्य प्रदेश हाई कोर्ट का दरवाज़ा खटखटाया है. वहां की इंदौर बेंच 3 मार्च को मामले की सुनवाई करेगी. अखबार ने इस मामले की और जानकारी के लिए स्थानीय थाने के प्रभारी इंस्पेक्टर से भी संपर्क करने की कोशिश की. लेकिन उन्होंने कॉल का कोई जवाब नहीं दिया. उधर, विजय सिंह यादव ने अपनी जमानत याचिका में JMFC के खिलाफ की एक 'निजी शिकायत' का जिक्र किया है. उनके मुताबिक, रतलाम के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के यहां यह निजी शिकायत दायर की गई थी. याचिका में विजय ने कहा है कि उन्होंने एक सामाजिक कार्यकर्ता और जय कुल देवी सेवा समिति, रतलाम के अध्यक्ष के तौर पर JMFC को शुभकामनाएं भेजी थीं. तस्वीर को लेकर विजय ने कहा है कि उसे गूगल से डाउनलोड किया गया था, जिसे उन्होंने 'क्रिएटिव डिजाइनर' के रूप में इस्तेमाल किया था.

Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement