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भगोड़ा कैसे बना 'ख़ालिस्तानी' अमृतपाल, 5 प्वाइंट में जानिए

अमृतपाल सिंह को पकड़ने के लिए पंजाब पुलिस का ऑपरेशन जारी.

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अमृतपाल सिंह (फोटो- ट्विटर)

पंजाब पुलिस की पकड़ से अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) अभी भी बाहर है. अमृतपाल को फरार घोषित कर दिया गया है. पुलिस की कई टीमें अमृतपाल की खोज में लगाई गई हैं. 18 मार्च को अमृतपाल को पकड़ने के लिए पंजाब में बड़ा ऑपरेशन चलाया गया था. पुलिस ने 78 लोगों को गिरफ्तार कर उनसे पूछताछ की है. उधर, अमृतपाल के फाइनेंसर दलजीत सिंह कलसी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने अमृतपाल सिंह की गाड़ी भी बरामद की है. गाड़ी से पुलिस को 315 बोर की पिस्टल, तलवार, वॉकी-टॉकी, एक फर्जी नंबर प्लेट भी बरामद हुई है. यही नहीं, गिरफ्तार किए गए आरोपियों में से 4 आरोपियों को पुलिस एयर फोर्स विमान से असम ले गई है.

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‘वारिस पंजाब दे’ की नींव रखने वाले दीप सिद्धू के समर्थन से लेकर संगठन का प्रमुख बनने तक. दुबई में ट्रांसपोर्ट के कारोबार से लेकर अमृतसर के अजनाला थाने में हिंसा तक, अमृतपाल सिंह मामले के बारे में सब कुछ समझते हैं पांच प्वाइंट्स में.

# 12वीं तक पढ़ाई करने के बाद साल 2012 में अमृतपाल सिंह दुबई रहने चला गया. वहां शुरू किया एक ट्रांसपोर्ट का बिजनेस. 30 साल का अमृतपाल भारत वापस आया साल 2022 में. फिर दीप सिद्धू की मौत के बाद वो ‘वारिस पंजाब दे’ का मुखिया बना.

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# अमृतपाल सिंह सोशल मीडिया के जरिए चर्चा में आया. साल था 2021. उसने किसान आंदोलन के दौरान फेसबुक लाइव करके दीप सिद्धू का बचाव किया और निशान साहेब फहराने की घटना को जायज ठहराया. फरवरी, 2021 में दीप सिद्धू की गिरफ्तारी के बाद अमृतपाल ने दीप सिद्धू के पक्ष में बड़ी उग्रता के साथ सोशल मीडिया पर प्रचार अभियान चलाया था. इसके बाद वो फेमस होता गया. यहीं से खालिस्तान की मांग को आगे बढ़ाता गया.

# 15 फरवरी, 2021 को दीप सिद्धू की एक सड़क हादसे में मौत होने के 6 महीने के बाद अमृतपाल सिंह दुबई से भारत वापस लौटा. संगरूर के सांसद सिमरनजीत सिंह ने अमृतपाल सिंह का स्वागत किया. भारत आने के बाद अमृतपाल ने कई टीवी चैनलों को इंटरव्यू दिए. इन इंटरव्यू में उसने पूर्व खालिस्तानी चरमंथियों की रिहाई की मांग की.

# फिर आई 23 फरवरी, 2023 की तारीख. अमृतसर के अजनाला थाने में अमृतपाल सिंह और उसके समर्थकों ने हिंसा की. समर्थक तलवारों और बंदूकों के साथ पुलिस थाने में बैरिकेड्स तोड़ घुस गए. मामला था अमृतपाल सिंह के सहयोगियों लवप्रीत तूफान और बलदेव सिंह की गिरफ्तारी से जुड़ा. अमृतपाल व उसके समर्थक इस गिरफ्तारी का विरोध कर रहे थे. अमृतपाल समर्थकों का आरोप था कि लवप्रीत और अमृतपाल का नाम गलत तरीके से FIR में डाला गया था. जिसके बाद पुलिस ने अमृतपाल के सहयोगियों को छोड़ दिया था.

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# अमृतपाल के बारे में 18 मार्च की दोपहर खबर आई कि पंजाब पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया है. लेकिन देर शाम इस बारे में जानकारी आई कि अमृतपाल सिंह पुलिस की गिरफ्त से बाहर है. फिलहाल वो फरार बताया रहा है. पुलिस की टीमें लगातार उसकी तलाश में सर्च ऑपरेशन चला रही हैं. पुलिस ने अमृतपाल को भगोड़ा घोषित कर दिया है.

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