वैसे हम लोगों के यहां कोई किसी को बयान देने से रोकता ही कहां है. कोई माइकैलाल आज तक बीजेपी सांसद गिरिराज सिंह, साक्षी महाराज या ओवैसी को लफड़ेदित (विवादित बयान का सोतैला भाई) स्टेटमेंट देने से रोक पाया है मितरों.अच्छा ये दोनों जेएनयू स्टूडेंट अब जमानत पर बाहर हैं. पहले इस वीडियो की वजह से ही कन्हैया पर पुलिस ने कार्रवाई की. हालांकि पुलिस की कार्रवाई करने से पहले कानून व्यवस्था के पहरेदार पटियाला हाउस कोर्ट के वकीलों ने कार्रवाई करना उचित समझा और बुरी तरह से कन्हैया को मारा. फिर बाद में उमर खालिद भी जेल भेजे गए. बाहर लौटे तो लंबी स्पीच दी. बोले- माई नेम इज उमर खालिद, एंड आई एम नॉट टेरेरिस्ट.
पुलिस की चार्जशीट में ये रहेंगे आरोप उमर खालिद: एंटी इंडिया नारे लगाए. भारत के टुकड़े करने के नारे लगाए. कन्हैया कुमार: जब उमर नारे लगा रहा था, तब जेएनयू छात्रसंघ के प्रेसिडेंट कन्हैया चुपचुाप खड़े हुए थे. रोका क्यों नहीं.