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जम्मू-कश्मीर में सेना और आतंकियों के बीच मुठभेड़, 2 जवानों को लगी गोली, आर्मी ने घेरा इलाका

Jammu Kashmir के Rajouri में आतंकियों से कई घंटों से सेना की मुठभेड़ चल रही है. दो जवान घायल हुए हैं.

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सोमवार शाम से ही इस इलाके में आतंकियों और सेना के बीच मुठभेड़ चल रही है | प्रतीकात्मक फोटो: आजतक

जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) के राजौरी (Rajouri) में आतंकियों से मुठभेड़ में सेना के दो जवान घायल हुए हैं. ये मुठभेड़ तब हुई जब यहां के कालाकोट इलाके में आर्मी एक बड़ा एंटी टेरेरिस्ट ऑपरेशन चला रही थी. आजतक से जुड़े सुनील जी भट्ट की एक रिपोर्ट के मुताबिक 2 अक्टूबर (सोमवार) की शाम से ही इस इलाके में आतंकियों और सेना के बीच मुठभेड़ चल रही है, जो अब भी जारी है. सुरक्षाबलों का अनुमान है कि इस इलाके में कम से कम दो आतंकी छुपे हुए हैं.

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आजतक की रिपोर्ट के मुताबिक सोमवार को सेना को इलाके में कुछ आतंकियों के छिपे होने की खुफिया जानकारी मिली थी. सूचना मिलने के बाद पुलिस और आर्मी की संयुक्त टीम ने कालाकोट इलाके में ब्रोह और सूम वन बेल्ट की घेराबंदी की. ज्वाइंट टीम ने जंगलों में छिपे आतंकियों को घेर लिया. इस घेराबंदी को तोड़ने के लिए आतंकियों ने सैनिकों पर गोलियां चलानी शुरू कर दीं. इसके जवाब में सेना को भी गोलीबारी करनी पड़ी. सेना के अधिकारियों के मुताबिक इस फायरिंग में आर्मी के दो जवान घायल हो गए हैं. घायल जवानों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उनकी हालत स्थिर है.

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इसके बाद से आतंकियों के भागने के सभी संभावित रास्तों को बंद कर दिया गया है. साथ ही बड़ी संख्या में अतिरिक्त बल को लगाया गया है. आतंकियों को ढूंढने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल भी किया जा रहा है.  

इससे पहले कश्मीर के अनंतनाग (Anantnag) जिले में 13 सितंबर को आतंकियों और सेना के बीच मुठभेड़ हुई थी. मुठभेड़ में सेना ने तीन और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने अपना एक अधिकारी खोया. इसके बाद शुरू हुआ सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस का जॉइंट ऑपरेशन (Operation Garol Kokernag). ये पूरे 7 दिन चला. सेना का ये ऑपरेशन 20 सितंबर तक चला. इस दौरान ही दो आतंकी मारे गए. मारे गए आतंकियों में एक का नाम उजैर खान है, जो कभी इलेक्ट्रीशियन का काम किया करता था. और काफी समय से ये लश्कर-ए-तैयबा के कमांडर के तौर पर काम कर रहा था. जम्मू-कश्मीर पुलिस के मुताबिक उजैर की ही गोली से सेना के अधिकारियों की मौत हुई थी.

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