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IIT BHU 'यौन उत्पीड़न' केस में तीनों आरोपी गिरफ्तार, अखिलेश का दावा- सभी भाजपाई हैं

रिपोर्ट के मुताबिक, तीनों आरोपी BHU के स्टूडेंट नहीं हैं. लेकिन वाराणसी के ही रहने वाले हैं.

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IIT BHU 'यौन उत्पीड़न' मामले में तीनों आरोपी गिरफ्तार (फोटो: आज तक)

IIT BHU में पिछले महीने एक छात्रा के साथ यौन उत्पीड़न की घटना सामने आई थी. अब वाराणसी पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इंडिया टुडे से जुड़े रोशन जायसवाल की रिपोर्ट के मुताबिक, आरोपियों के नाम कुणाल पांडेय, आनंद उर्फ अभिषेक चौहान और सक्षम पटेल हैं. इनमें से कोई भी BHU का स्टूडेंट नहीं है. लेकिन तीनों वाराणसी के ही रहने वाले हैं. इस घटना के बाद कैंपस में सुरक्षा को लेकर खूब सवाल उठे थे. छात्रों ने यूनिवर्सिटी प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन किया था.

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घटना के बाद पकड़े गए इन आरोपियों की तस्वीर भी सामने आई थी. पुलिस ने आरोपियों के पास से घटना के दिन इस्तेमाल की गई मोटरसाइकिल भी बरामद की है. आरोपी कुणाल पांडेय बृज इंक्लेव कॉलोनी, सुंदरपुर का रहने वाला है. वहीं दूसरा आरोपी अभिषेक चौहान जिवधीपुर का और तीसरा सक्षम पटेल बजरडीहा का रहने वाला है. तीनों आरोपियों की गिरफ्तारी घटना के 60 दिन बाद हुई है.

दरअसल, BHU की छात्रा 1-2 नवंबर की दरमियानी रात अपने एक साथी के साथ BHU कैंपस में ही कहीं जा रही थी. तभी कृषि संस्थान के पास एकांत जगह पर बाहरी युवकों ने दोनों को घेर लिया. उन्होंने छात्र और छात्रा को अलग किया, फिर छात्रा का ‘यौन उत्पीड़न’ किया. आरोप है कि उन लोगों ने ‘जबरन छात्रा के कपड़े उतरवाए’. मारपीट कर छात्रा का मोबाइल छीन लिया. उसकी तस्वीर भी खींची.

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समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने दावा किया है कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों को बीजेपी से जुड़े हैं और उन्हें पार्टी का संरक्षण मिला है. उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा है, 

"ये हैं भाजपा के दिग्गज नेताओं की छत्रछाया में सरेआम पनपते और घूमते भाजपाइयों की वो नयी फसल, जिनकी ‘तथाकथित ज़ीरो टॉलरेंस सरकार’ में दिखावटी तलाश जारी है. सूचनार्थ: ये भाजपा के सर्वोच्च नेताओं से अभयदान प्राप्त वो भाजपाई हैं जिन पर बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (बीएचयू) में एक छात्रा के साथ अभद्रता की सीमाएँ पार करने का आरोप है. प्रश्नार्थ: क्या नारी के सम्मान से खिलवाड़ करनेवाले भाजपाइयों को खुली छूट जारी रहेगी."

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पीड़िता ने अपने बयान में क्या बताया था?

रिपोर्ट के मुताबिक पीड़िता का आरोप था कि वो 2 नवंबर की रात करीब 1:30 बजे अपने न्यू गर्ल्स हॉस्टल से टहलने के लिए निकली थी. यहां उसे एक दोस्त मिल गया. दोनों कुछ दूर आगे चले ही थे कि एक बुलेट पर 3 युवक कैंपस में घुस आए. इन युवकों ने जबरदस्ती दोनों को अलग-अलग कर दिया. बाहर से आए अज्ञात युवकों ने पीड़िता को अलग ले जाकर डराया-धमकाया और उसका यौन उत्पीड़न किया.

रिपोर्ट के मुताबिक, पीड़िता ने बताया कि आरोपियों ने उसका वीडियो बनाकर धमकाया कि अगर घटना के बारे में किसी को बताया तो क्लिप वायरल कर देंगे. उन्होंने जबरन छात्रा का मोबाइल नंबर भी ले लिया. इस घटना के बाद घटना के बाद BHU के छात्रों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया था.

छात्रों की मांग थी कि जल्द से जल्द सभी आरोपियों को पकड़कर, उन्हें कड़ी सजा दी जाए. साथ ही सुरक्षा के लिहाज से IIT कैंपस की बाउंड्री को अलग कर दिया जाए. और कैंपस में किसी भी बाहरी को आने की अनुमति न हो. इसके बाद BHU प्रशासन ने छात्रों को आश्वासन दिया था कि क्लोज कैंपस यानी BHU और IIT-BHU कैंपस के बीच बाउंड्री बनेगी. ये भी कहा गया था कि IIT-BHU में CCTV कैमरों की मुकम्मल व्यवस्था की जाएगी.

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