कोरोना महामारी के बाद से ही लता मंगेशकर के जीवन में क्या बदलाव आए, इसे लेकर ऋषिकेश पांडे ने आजतक से बात की. ‘CID’ में इंस्पेक्टर सचिन का रोल कर चुके ऋषिकेश पिछले 15 सालों से लता जी के फैमिली फ्रेंड हैं. उन्होंने बताया,
लता दीदी की सेहत को ध्यान में रखते हुए पिछले एक साल से उनके घर में किसी भी आउटसाइडर को आने की इजाज़त नहीं थी. यहां तक कि आशा भोसले जी डेढ़ साल से लोनावला में रह रही हैं. वे लोनावाला से ही एक-दो बार मुंबई आना-जाना किया करती थीं.

ऋषिकेश ने बताया कि लता जी व्हाट्सऐप ग्रुप पर जोक्स भेजा करती थीं.
ऋषिकेश ने आगे बताया कि 10 साल से लता जी की तबीयत को ध्यान में रखते हुए उनके लिए नर्सिंग स्टाफ रखा गया था. पांच से छह नर्सेज़ उनका ध्यान रखती थीं. साथ ही लंबे समय से उनका डाइट चार्ट भी डॉक्टर के मुताबिक ही चल रहा था. इसलिए वो सादा खाना ही खा रही थीं.
ऋषिकेश ने फिर लता जी की शख्सियत की उस साइड पर बातचीत की, जिसके बारे में ज्यादा लोग नहीं जानते. उन्होंने कहा कि भले ही लता जी फिज़िकल रूप में लोगों से नहीं मिल पा रही थीं, लेकिन वो फोन और वॉट्सऐप पर एक्टिव रहती थीं. ऋषिकेश के मुताबिक उनके करीबी लोगों का एक वॉट्सऐप ग्रुप है, जहां लता जी अक्सर जोक्स भेजा करती थीं. उन्होंने आगे कहा,
लता जी को अगर किसी का काम पसंद आए तो वो फौरन उससे फोन पर बात करतीं और उनकी तारीफ करतीं. वो जिन्हें पसंद करतीं, उनकी हर एक चीज़ नोटिस किया करती थीं.लता मंगेशकर के निधन को ऋषिकेश एक पर्सनल लॉस की तरह बयां करते हैं. बीते 28 दिनों से लता मंगेशकर मुंबई के ब्रीच कैंडी हॉस्पिटल में भर्ती थीं. जहां मल्टी ऑर्गन फेलियर की वजह से उनका देहांत हो गया.