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हाथरस भगदड़ के पीड़ितों से मिलने पहुंचे राहुल गांधी, अलीगढ़ में घर जाकर करेंगे परिवार से मुलाकात

Rahul Gandhi सबसे पहले अलीगढ़ जाकर छोटेलाल से मिलने वाले हैं जिन्होंने भगदड़ में अपनी पत्नी मंजू और छह साल के बेटे पंकज को खो दिया. कई और पीड़ित परिवारों से मुलाकात करेंगे.

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तीन पीड़ित परिवार से मिलेंगे राहुल गांधी (सांकेतिक फोटो- आजतक)
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मौसमी सिंह

लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी हाथरस भगदड़ के पीड़ित परिवारों से मिलने पहुंचे हैं (Rahul Gandhi Hathras Stampede). खबर है कि हाथरस दौरे पर वो तीन परिवारों मुलाकात करेंगे. सबसे पहले राहुल अलीगढ़ के पिलखना पहुंचे हैं. यहां वो छोटेलाल से मिलेंगे जिन्होंने भगदड़ में अपनी पत्नी मंजू और छह साल के बेटे पंकज को खो दिया. मृतका प्रेमवती और शांति देवी के घरवालों से भी मुलाकात होगी. राहुल गांधी के दौरे को लेकर पिलखाना में सुरक्षा बढ़ा दी गई है.

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खबर है कि पिलखाना के बाद राहुल गांधी हाथरस के नवीपुर खुर्द जाकर आशा देवी, मुन्नी देवी और घायल माया देवी के परिवार वालों से मिलेंगे.

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बता दें, 2 जुलाई को हाथरस के रतिभानपुर में एक सत्संग कार्यक्रम के समापन के दौरान मचा भगदड़ में 121 लोगों की मौत हो चुकी है. मृतकों में महिलाओं और बच्चों की संख्या सबसे ज्यादा है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, धार्मिक समारोह में करीब 2.5 लाख लोग शामिल हुए थे. जबकि 80 हजार लोगों को ही इकट्ठा करने की अनुमति थी. 

मामले में यूपी पुलिस ने 6 लोगों को गिरफ्तार करने का दावा किया है. पुलिस का कहना है कि ये सभी लोग स्वयंभू बाबा सूरज पाल उर्फ 'भोले बाबा' के कार्यक्रम कराने वाली आयोजन समिति के सदस्य (सेवादार) हैं. गिरफ्तार लोगों में 4 पुरुष और 2 महिलाएं हैं. हादसे के बाद इस मामले में ये पहली गिरफ्तारी है. पुलिस ने ये भी बताया कि सभी 121 मृतक लोगों के शव की पहचान हो चुकी है. वहीं, 31 घायल लोगों का अस्पताल में इलाज चल रहा है.

अलीगढ़ रेंज के IG शलभ माथुर ने बताया कि मुख्य आरोपी देव प्रकाश मधुकर पर 1 लाख रुपये का इनाम रखा गया है. वो 2 जुलाई को हुए सत्संग के मुख्य आयोजनकर्ताओं में एक हैं.

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‘भोले बाबा’ की गिरफ्तारी को लेकर शलभ माथुर ने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो बाबा से पूछताछ की जाएगी, FIR में बाबा का नाम नहीं है. हालांकि उन्होंने ये भी कहा वे जांच के दायरे में हैं. बताया कि पुलिस बाबा के बैकग्राउंड के बारे में जानकारी जुटा रही है. पुलिस की टीमों को उन जगहों पर भेजा गया है जहां उनके आपराधिक रिकॉर्ड रहे हैं.

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