फिलिस्तीनी संगठन हमास ने अपने ही कुछ लड़ाकों की जान ले ली है. उन्हें कथित तौर पर इजरायली पुरुष बंधकों के साथ रेप करने के लिए मौत की सजा दी गई है. गाजा में समलैंगिक संबंध बनाना अपराध है. इससे पहले भी चरमपंथी संगठन ने पुरुष के बलात्कार और गे सेक्स के चलते अपने लड़ाकों की हत्या की है.
हमास ने अपने ही लड़ाकों को मौत के घाट उतारा, इजरायली पुरुष बंधकों का रेप किया था
दरअसल, इजरायल डिफेंस फोर्स (IDF) के हाथ अहम फाइलें लगी हैं, जो खुलासा करती हैं कि हमास के कुछ लड़ाकों ने इजरायली पुरुष बंधकों के साथ रेप किया था, इसलिए हमास ने इन लड़ाकों को मौत की सजा दी है.

न्यूयॉर्क पोस्ट की एक रिपोर्ट में ऐसे हमास फाइटर्स को मारने का दावा किया गया है, जिनपर समलैंगिक संबंध बनाने का आरोप था. NYP ने लिखा है कि इजरायली सरकार के एक करीबी सूत्र ने ये सब जानकारी दी है. उसी ने बताया कि 7 अक्टूबर, 2023 के हमले के बाद इजरायली पुरुष बंधकों के साथ बलात्कार के कई मामले सामने आए हैं. सूत्र ने ये भी बताया कि इजरायल डिफेंस फोर्स (IDF) को कुछ खुफिया दस्तावेज हाथ लगे हैं. उन्हीं से ये जानकारियां सामने आई हैं.
डॉक्यूमेंट में 94 हमास लड़ाकों के नाम हैं, जो संगठन के 'मोरैलिटी चेक' में फेल साबित हुए. समलैंगिक संबंध बनाने के अलावा इन लड़ाकों को शादी के बिना महिलाओं के साथ ‘फ्लर्ट’ करने और चाइल्ड रेप जैसे अपराधों का दोषी बताया गया है.
रिपोर्ट के मुताबिक हमास ने जिन लड़ाकों को मौत के घाट उतारा, उनमें से ज्यादातर इंटेलिजेंस, मिलिट्री और इंटीरियर मिनिस्ट्री के सदस्य थे. गाजा पट्टी में हमास का शासन है. यहां समलैंगिक संबंध बनाने पर जेल से लेकर मौत की सजा तक हो सकती है.
सीक्रेट डॉक्यूमेंट के मुताबिक, एक हमास सदस्य पर फेसबुक पर रोमांटिक रिलेशनशिप और कभी इबादत न करने जैसे आरोप हैं. एक अन्य आरोप में दावा किया गया कि वो लगातार खुदा को बुरा कहता था. ऐसी भी जानकारी मिली कि उसने एक बच्चे के साथ यौन शोषण किया.
यह पहली बार नहीं है जब हमास ने समलैंगिक संबंधों के आरोप में अपने ही लड़ाकों का मारा है. 2016 में भी उसने एक टॉप कमांडर महमूद इश्तावी को गोली मारी थी. इश्तावी पर एक आदमी के साथ संबंध बनाने का आरोप था. हमास ने उसे इजरायली जासूस भी करार दिया था.
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