अग्निपथ भर्ती योजना (Agnipath Recruitment Scheme) के खिलाफ देश के अलग अलग राज्यों में विरोध प्रदर्शन जारी है. कई जगहों पर ये प्रदर्शन हिंसक हो गए हैं. आर्मी (Army) में भर्ती की तैयारी कर रहे नौजवान भारी संख्या में सड़कों पर हैं. उनकी सरकार से कई मांगे और कई सवाल हैं. इस बीच सरकारी अधिकारियों ने 16 जून को एक ‘फैक्ट शीट’ जारी की है. कहा जा रहा है कि ये ‘फैक्ट शीट’ योजना के बारे में फैलाए जा रहे कथित मिथकों या भ्रमों को दूर करने के लिए है. इस ‘फैक्ट शीट’ को कुछ इस तरह से पेश किया गया है.
'अग्निपथ' पर प्रोटेस्ट करने वालों के सवालों के सरकार ने अब ये जवाब दिए हैं
अग्निवीरों के भविष्य, सेना की प्रभावशीलता जैसै सवालों पर एक फैक्ट शीट जारी की गई है.

सवाल- योजना से युवाओं के अवसर कम हो जाएंगे?
जवाब- सरकारी अधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया,
युवाओं के लिए सशस्त्र बलों में सेवा करने के अवसर बढ़ेंगे. आने वाले सालों में अग्निवीरों की भर्ती आर्म्ड फोर्स में मौजूदा भर्ती के लगभग तीन गुना होगी.
सवाल- अग्निवीरों का भविष्य असुरक्षित होगा?
जवाब- अधिकारियों ने कहा कि उद्यमी बनने के इच्छुक लोगों को वित्तीय पैकेज और बैंक लोन योजना मिलेगी. वो आगे की पढ़ाई भी कर सकते हैं. छात्रों को 12वीं कक्षा के समकक्ष सर्टिफिकेट और आगे की पढ़ाई के लिए एक ब्रिजिंग कोर्स भी दिया जाएगा. इस फैक्ट शीट में बताया गया,
योजना के बाद आगे की नौकरी करने वाले युवकों के लिए CAPF और राज्य पुलिस में प्राथमिकता दी गई है. अन्य क्षेत्रों में भी उनके लिए कई रास्ते खोले जा रहे हैं.
सवाल- रेजिमेंटल बॉन्डिंग पर असर पड़ेगा?
जवाब- अधिकारियों के मुताबिक रेजिमेंटल सिस्टम में कोई बदलाव नहीं किया जा रहा है. इसे और बेहतर किया जाएगा. सर्वश्रेष्ठ अग्निवीरों का चयन किया जाएगा, जिससे यूनिट की एकजुटता को और बढ़ावा मिलेगा.
सवाल- सशस्त्र बलों की प्रभावशीलता को नुकसान होगा?
जवाब- अधिकारियों ने कहा कि इस तरह की शॉर्ट टर्म योजनाओं का परीक्षण कई देशों में किया जा चुका है. इसे युवाओं और आर्मी के लिए बेस्ट प्रैक्टिस माना जाता है.
सवाल- 21 साल के युवा आर्मी के लिए अपरिपक्व (immature) और अविश्वसनीय (unreliable) ?
जवाब- अधिकारियों ने बताया कि दुनिया भर की सेनाएं अपने युवाओं पर निर्भर हैं. हालांकि, किसी भी समय अनुभवी लोगों की तुलना में युवा ज्यादा नहीं होंगे. इस योजना में आगे चलकर युवाओं और अनुभवी लोगों का एक जैसा रेशियो होगा. यानि 50-50.
सवाल- अग्निवीरों के समाज के लिए खतरा साबित होने और आतंकवादी शिविरों में शामिल होने की संभावना?
जवाब- अधिकारियों ने कहा कि इस तरह का मिथक भारतीय सशस्त्र बलों के लोकाचार और मूल्यों का अपमान है. वो युवा जिन्होंने चार साल तक वर्दी पहनी है, जीवन भर देश के लिए प्रतिबद्ध रहेंगे. आज भी हजारों सशस्त्र बलों से रिटायर्ड होते हैं. उनके राष्ट्र विरोधी ताकतों में शामिल होने का कोई मामला नहीं है.
सवाल- योजना प्लान करते समय पूर्व सशस्त्र बलों के अधिकारियों से सलाह नहीं ली गई?
जवाब- सरकारी अधिकारियों ने कहा कि पिछले दो सालों से सेवारत रहे सशस्त्र बलों के अधिकारियों के साथ विचार-विमर्श कर योजना तैयार की गई है. कई पूर्व अधिकारियों ने भी इस योजना के फायदों को पहचाना है और इसका स्वागत किया है.
बता दें केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 14 जून को अग्निपथ भर्ती योजना को मंजूरी दी थी. इसके तहत भारतीय युवाओं को चार साल के लिए सशस्त्र बलों के नियमित कैडर में सेवा करने का मौका मिलेगा.