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12 साल के बच्चे को पड़ोसी ने बेरहमी से पीटा, वीडियो देखकर रूह कांप जाएगी, इलाज के दौरान मौत

बच्चे का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें बच्चा बता रहा है कि पड़ोसी ने उसके साथ क्या किया.

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मृतक बच्चे की मां ने पड़ोसी के खिलाफ केस दर्ज कराया है. (फोटो: आजतक)

उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद (Ghaziabad) से एक 12 साल के बच्चे की दर्दनाक तरीके से पिटाई का मामला सामने आया है. आरोप है कि बच्चे पर उसके एक पड़ोसी ने हमला किया. बच्चे का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है, जिसमें बच्चा खुद पड़ोस में रहने वाले व्यक्ति का नाम लेकर बता रहा है कि उस पर कैसे हमला किया गया. बच्चे को इलाज के लिए दिल्ली के एम्स में भर्ती कराया गया था, जहां उसकी मौत हो गई. बच्चे की मां की शिकायत पर पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. आरोपी पड़ोसी को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. 

12 साल के बच्चे पर पड़ोसी ने हमला किया

आजतक के मयंक गौर की रिपोर्ट के मुताबिक, मामला गाजियाबाद के खोड़ा इलाके का है. बच्चे की मां ने बताया कि लगभग 6 महीने पहले उनके पड़ोस में बालगोविंद चौहान नाम का व्यक्ति आया था. आरोप है कि बालगोविंद उनके घर पर और घर के सामने शराब की बोतलें और हड्डियां डालने लगा. मां का कहना है कि जब बच्चा घर पर अकेला था, तब बालगोविंद ने उस पर हमला कर दिया. बच्चे की मां ने बताया कि वो सब्जी लेने गई थीं, जब वापस घर आईं तब बच्चे ने बताया कि पड़ोसी ने उस पर चाकू से हमला किया. बच्चा गंभीर हालत में जमीन पर पड़ा हुआ था. तुरंत ही वो बच्चे को लेकर पास के अस्पताल पहुंचे, जहां से उन्हें दिल्ली के एम्स रेफर कर दिया गया. हालांकि, 24 तारीख की शाम बच्चे की मौत हो गई. 

सोशल मीडिया पर जो वीडियो सामने आया है, उसमें बच्चा पड़ोसी बालगोविंद का नाम ले रहा है. वीडियो में बच्चा बुरी तरह घायल दिख रहा है. इस कदर कि देखकर रूह कांप जाए. आंखें सूजी हुई, होंठ कटे हुए. बच्चा कह रहा है कि उस पर बालगोविंद ने हमला किया. पत्थर मारे, घर में घुस कर चाकू चलाया. वीडियो में बच्चा ये भी कह रहा है कि स्थानीय पुलिस आरोपी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करती. 

पीड़ित मां के मुताबिक उन्होंने पड़ोस द्वारा परेशान किए जाने की पुलिस में शिकायत की थी, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की और उन्हें धमकाकर भगा दिया था. बच्चे की मां ने खोड़ा थाने की पुलिस पर सुनवाई नहीं करने का आरोप लगाते हुए कहा कि अगर समय रहते पुलिस कार्रवाई करती तो शायद आज उनका बच्चा जिंदा होता. आजतक की रिपोर्ट के मुताबिक मृतक बच्चे की मां ने अपनी तरफ से की गई शिकायतों की कॉपी और ऑडियो शेयर किए हैं.

गाजियाबाद पुलिस ने क्या बताया?

इस मामले पर गाजियाबाद के DCP ट्रांस हिंडन कमिश्नरेट की ओर से 25 अगस्त को सोशल मीडिया X पर बयान जारी किया गया. पुलिस ने कहा,

"सोशल मीडिया पर कल (24 अगस्त की) रात से एक बच्चे की वीडियो वायरल किया जा रहा है. इसमें बच्चा अपने पड़ोसी द्वारा खुद को घायल बता रहा है. पता चला है कि बच्चे की एम्स में मौत हो गई है. बच्चे के मां-बाप ने 23 तारीख को एम्स में बच्चे को भर्ती कराया था और 24 तारीख को बच्चे की मौत हो गई. इन लोगों ने एम्स में भर्ती कराते समय अपना पता न्यू अशोक नगर दिल्ली का बताया था. बच्चे की मृत्यु के बाद जब दिल्ली की पुलिस गाजियाबाद में खोड़ा थाने पर आई, तब खोड़ा पुलिस को इस मामले का पता चला."

पुलिस ने कहा कि बच्चे के मां-बाप ने गलत पता देकर उसे एम्स में भर्ती कराया था. बच्चे की मौत के बाद पोस्टमार्टम के लिए जब माता-पिता से संपर्क किया गया, तो दिल्ली का पता फर्जी निकला.

गाजियाबाद की पुलिस की ओर से जारी बयान में ये कहा गया कि बच्चे के मां-बाप अपने घर में ताला बंद करके फरार हैं. पुलिस ने ये भी कहा कि एम्स की मेडिकल रिपोर्ट में बच्चे की मौत का कारण ‘अभिभावकों की लापरवाही’ बताया गया है.

पुलिस के मुताबिक, बच्चा 29 जुलाई को गायब हो गया था. उसके बाद परिजनों को वो 12 अगस्त को मिला. 23 अगस्त को बच्चे को एम्स में एडमिट कराया गया. गाजियाबाद पुलिस ने बताया कि मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर दिल्ली पुलिस इस पूरे मामले की जांच कर रही है. गाजियाबाद पुलिस दिल्ली पुलिस के सहयोग में है. मेडिकल रिपोर्ट और दूसरे तथ्यों के आधार पर जांच को आगे बढ़ाया जा रहा है.

एम्स में गलत पता दिए जाने की बात पर बच्चे की मां ने बताया कि दिल्ली के अस्पताल में भर्ती किए जाने पर दिल्ली का पता या गाजियाबाद पुलिस से शिकायत की कॉपी मांगी जा रही थी. बच्चे के तुरंत इलाज के लिए उन्होंने दिल्ली के एक पते का आधार कार्ड एम्स में जमा कर दिया था.

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