कला में क्या कपड़े और क्या बिना कपड़े? मोहब्बत और जंग की तरह, कला में भी बहुत कुछ जायज है. जो आप असल जिंदगी में करने से झिझकें, वो सब चीजें कला में बहुत आम हो जाती हैं. कहीं दूर क्यों ही जाना, मध्य प्रदेश के प्राचीन खजुराहो (Khajuraho, MP) मंदिरों के बारे में आप जानते ही हैं. लेकिन अगर थोड़ा दूर चलें, फ्रांस तक. तब हमें एक और म्यूजियम में कला के कुछ नमूने देखने मिलेंगे (French museum naturalist exhibition). जिन्हें देखने वाले भी बिन कपड़ों के जा रहे हैं.
इस म्यूजियम में 'नंगु-पंगू' होकर 'घुम्मी-घुम्मी' करने की तो इजाजत है, मगर जूता पहनना जरूरी है
Bizarre and weird: फ्रांस का Marseille’s Museum इन दिनों चर्चा में है. इसी म्यूजियम में एक Naturalist exhibition लग रही है. नेचुरलिज्म माने प्रकृतिवाद से जुड़ी कलाओं की खास प्रदर्शनी इस म्यूजियम में लगाई जा रही है.

ये है फ्रांस के मार्सिले का म्यूजियम (Marseille’s Museum). जिसे इसी शहर के नाम से जाना जाता है. इसी म्यूजियम में एक नेचुरलिस्ट एग्जिबिशन लग रही है. नेचुरलिज्म माने प्रकृतिवाद से जुड़ी कलाओं की खास प्रदर्शनी, ये म्यूजियम कर रहा है. बताया जाता है नेचुरलिस्ट चीजों को उनके वास्तविक रूप में देखते हैं. या कहें प्रकृति में जो चीज जैसी है वैसा ही देखना पसंद करते हैं.
द गार्डियन की खबर के मुताबिक, अब ये म्यूजियम लोगों को नेचुरलिज्म के साथ अलग स्तर पर जुड़ने का मौका दे रहा है. जिसमें दर्शकों को बिना कपड़ों के म्यूजियम के अंदर आने की इजाज़त दी जा रही है. सिवाय उनके जूतों के. माने बदन में कपड़े भले ना हों, पैरों में जूते रहें. जूतों पर जोर देने की वजह भी बताई जाती है.
इस बारे में फ्रांस की नेचुरलिस्ट ऑर्गनाइजेशन (FFN), से जुड़े एरिक स्टेफनॉट द गार्डियन को बताते हैं-
ऐसा नहीं है कि जूते ना पहनने पर कोई रोक लगाई गई है. लेकिन ये एक तरह एहतियात के तौर पर किया जा रहा है. ताकि म्यूजियन के लकड़ी के फ्लोर की वजह से किसी के पैर में कोई फांस वगैरा ना लगे.
इस बारे में म्यूजियम का कहना है कि बिन कपड़ों की ये एग्जिबिशन ‘नेचुरलिस्ट पैराडाइज़ एग्जिबिशन’ है. जो कि फ्रेंच नेचुरलिस्ट फेडरेशन के साथ मिलकर महीने में एक शाम को लगाई जाती है. जब आमतौर पर म्यूजियम बंद होता है. इसलिए इस शाम में शामिल होने वाले लोग नेचुरलिस्ट और नंगे होते हैं.
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दरअसल इस एग्जिबिशन में 600 से ज्यादा नेचुरलिस्ट फोटोग्राफ, फिल्म, मैग्जीन, पेंटिंग और मूर्तियां दिखाई जा रही है. जो फ्रांस और स्विट्जरलैंड के निजी और सार्वजनिक कलेक्शनंस से लाए गए हैं.
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